भोपाल| एमपी में अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश में पिछले चार दिनों से बादल और बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को पचमढ़ी, जबलपुर सहित 12 जिलों में हल्की से तेज बारिश हुई। भोपाल में भी सुबह के समय हल्की बूंदाबांदी के बाद दिन भर बादल छाए रहे। इधर शनिवार को भी मौसम कुछ ऐसा ही बना रह सकता है। एमपी में अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के कारण प्रदेश में पिछले चार दिनों से बादल और बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को पचमढ़ी, जबलपुर सहित 12 जिलों में हल्की से तेज बारिश हुई। भोपाल में भी सुबह के समय हल्की बूंदाबांदी के बाद दिन भर बादल छाए रहे। इधर शनिवार को भी मौसम कुछ ऐसा ही बना रह सकता है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अंतर्गत प्रभावित जिलों में ओले गिरने के साथ तेज बारिश हो सकती है।
भोपाल सहित अन्य जिलों में हल्की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। ओले—बारिश के बाद प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। मौसम विभाग का ऑरेंट अलर्ट रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, राजगढ़, बैतूल जिलों के लिए जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने हुए हैं। सुबह के समय घना कोहरा भी छाया हुआ है। यह स्थिति अभी तीन दिन और रह सकती है। इसके बाद सिस्टम का असर कम होने से बादल साफ होंगे और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। यह सिस्टम बने: एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। राजस्थान में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिण-पश्चिमी मप्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है।