जकार्ता| इंडोनेशिया के मरापी ज्वालामुखी में अचानक विस्फोट हुआ है. जिसकी वजह से वहां मौजूद 11 पर्वतारोहियों की मौत हो गई. 9 हजार 843 फीट ऊंचा मरापी ज्वालामुखी अब भी लगातार राख उगल रहा है. इसकी चपेट में आकर 11 पर्वतारोहियों 22 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. मरापी ज्वालामुखी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं. जिसमें राख का गुबार स्पष्ट दिखाई दे रहा है. सड़कों, घरों, पेड़ों और गाड़ियों, सब पर राख ने कब्जा कर लिया है. मरापी ज्वालामुखी में अब भी छोटे विस्फोट हो रहे हैं. इसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन को कुछ समय के लिए बंद किया गया है.
11 पर्वतारोहियों की मौत : जिस वक्त इस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ उस वक्त इसके आसपास 11 पर्वतारोही थे. ज्वालामुखी से निकले लावे से पर्वतारोही बुरी तरह से झुलस गए, जिसमें 11 पर्वतारोहियों की मौत हो गई. ज्वालामुखी में अचानक विस्फोट हो जाएगा इसका अंदाजा ना पर्वतारोहियों को था और ना इंडोनेशिया की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी को. मंगलवार को ज्वालामुखी फटने की वजह से मौत की संख्या बढ़कर 22 हो गई है.
रेस्क्यू टीम को बंद करना पड़ा ऑपरेशन : मरापी ज्वालामुखी में अब भी विस्फोट हो रहे हैं. जिसकी वजह से रेस्क्यू टीम भी ऑपरेशन को अंजाम नहीं दे पा रही. इस बात की आशंका भी बनी हुई है कि इस ज्वालामुखी में फिर बड़ा विस्फोट हो सकता है.
दुनिया में 1500 सक्रिय ज्वालामुखी : इंडोनेशिया में मरापी का मतलब आग का पहाड़ होता है. मरापी ज्वालामुखी सुमात्रा द्वीप का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है. दुनिया में 1500 सक्रिय ज्वालामुखी है. इनमें सबसे ज्यादा एक्टिव ज्वालामुखी इंडोनेशिया में हैं. यहां पर कुल 121 ज्वालामुखी हैं. इनमें 74 ज्वालामुखी सन 1800 से सक्रिय हैं. इनमें से 58 ज्वालामुखी साल 1950 से सक्रिय हैं. यानी इनमें कभी भी विस्फोट हो सकता है.
इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा सक्रिय ज्वालामुखी : इंडोनेशिया के सात ज्वालामुखी में तो 12 अगस्त 2022 के बाद से लगातार विस्फोट हो रहे है. केलूट, क्राकटाउ, मरापी, लेवो-टोलोक, कारांगेटांग, सेमेरू, इबू और डुकोनो. इंडोनेशिया के सबसे ज्यादा सक्रिय ज्वालामुखी हैं. इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा सक्रिय ज्वालामुखी अमेरिका में हैं. अमेरिका में 63 सक्रिय ज्वालामुखी हैं. जापान में 62, रूस में 49 सक्रिय ज्वालामुखी है और चिली में 34 सक्रिय ज्वालामुखी हैं.