नई दिल्लीl राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के खिलाफ कार्रवाई की है। एनआईए ने महाराष्ट्र पुलिस और एटीएस महाराष्ट्र के साथ समन्वय में शनिवार को पूरे महाराष्ट्र और कर्नाटक में कई जगह छापेमारी की। इस दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के 15 गुर्गों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए लोगों में कई स्व-घोषित नेता भी शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि आरोपी अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर काम करते हुए आईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे।
हथियारों सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त : एनआईए ने छापेमारी के दौरान 68 लाख रुपए से अधिक नकदी, आग्नेयास्त्र, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्टफोन, हमास के झंडे और अन्य डिजिटल उपकरण भी बरामद किए। एनआईए की टीमों ने शनिवार सुबह महाराष्ट्र के पडघा-बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे और कर्नाटक के बेंगलुरु में 44 स्थानों पर छापेमारी की और आतंक को बढ़ावा देने वाले 15 लोगों को पकड़ा। अधिकारी ने कहा कि बरामदगी में एक पिस्तौल, दो एयर गन, आठ तलवारें/चाकू, दो लैपटॉप, छह हार्ड डिस्क, तीन सीडी, 38 मोबाइल फोन, 10 मैगजीन किताबें, 68,03,800 रुपए नकद और 51 हमास के झंडे शामिल हैं।
आईएसआईएस के नापाक मंसूबों पर फिरा पानी : एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी, आईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य, पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक और हिंसा फैलाने की साजिश रची थी। आरोपियों ने हिंसक जिहाद, खिलाफत, आईएस आदि का रास्ता अपनाते हुए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य रखा था।