नई दिल्ली| केरल के तरुवरंतपुरम में स्टूडेंट फडरेशन ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान के काफिले को रोक दिया था और उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया था। अब इस मामले में मंगलवार को गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान का बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “…राजनीतिक कारणों से, केरल पुलिस को इन उपद्रवियों, अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने से रोका गया है…मेरी कार को घेर लिया गया था और वे कार को पूरी ताकत से मार रहे थे। मैं … का सामना करने में विश्वास करता हूं…”
प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा…
वहीं, स्टूडेंट फडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य सचिव पीएम आर्शो ने एक बयान में कहा कि हम विश्वविद्यालयों को आरएसएस की गौशाला नहीं बनाने देंगे और गवर्नर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। राज्य सचिव ने आगे कहा कि हमें चीजों में स्पष्टता चाहिए। गवर्नर ने यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्यों को नामित किया। ये बात न तो उन्होंने बताई और न ही किसी मीडिया ने उनसे पूछा।
ये है पूरा मामला
दअसरल, सोमवार को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान दिल्ली रवाना होने के लिए तिरुवनंतपुरम हवाईअड्डे जा रहे थे। इसी दौरान एयरपोर्ट के रास्ते में ही एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने काफिले पर हमला कर दिया। इसी हमले को लेकर राज्यपाल ने कहा था कि आज राजधानी की सड़कों पर गुंडों का राज हो गया है। उन्होंने आगे आरोप लगाया था कि ‘इस हमले के बारे में पुलिस को सब मालूम है, लेकिन जब मुख्यमंत्री ही उसे आदेश दे रहे हों तो पुलिस क्या करेगी। जब मैं अपनी कार से उतरा तो वे सब अपनी जीप में बैठकर भाग गए। राज्य में संविधान खत्म हो रहा है। हम संविधान व्यवस्था को यूं ध्वस्त होने नहीं दे सकते हैं।’