सूरत एयरपोर्ट को मिला इंटरनेशनल दर्जा, डायमंड बुर्स का भी होगा उद्धाटन

गुजरात देश राष्ट्रीय

नई दिल्ली| केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर रविवार को डायमंड सिटी सूरत को दोहरी सौगात देंगे। सूरत में दुनिया के सबसे बड़े ऑफिस सूरत डायमंड बुर्स का उद्धाटन करेंगे। इसके साथ सूरत के हवाईअड्डे की नई बिल्डिंग का भी लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री के आने से पहले शुक्रवार शाम सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा दे दिया गया है। कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसका नोटिफिकेशन जारी होते ही सोशल मीडिया पर बधाई को दौर भी शुरू हो गया।

सीआरपीएफ को सौंपा गया एयरपोर्ट सुरक्षा जिम्मा

सूरती लंबे समय से इंटरनेशनल फ्लाइट की कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। शारजाह की फ्लाइट शुरू होने से ठीक पहले सूरत एयरपोर्ट को कस्टम नोटिफाइड एयरपोर्ट का दर्जा दिया गया था। सीआरपीएफ को एयरपोर्ट सुरक्षा जिम्मा सौंपा गया। डायमंड बुर्स के बनते ही व्यापार के दृष्टिकोण से विभिन्न देशों को सूरत से जोड़ने के लिए इंटरनेशनल फ्लाइट की संख्या बढ़ाने के लिए मांग होने लगी।

डायमंड बुर्स का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को डायमंड बुर्स का उद्घाटन करने आ रहे हैं, इसके साथ सूरत एयरपोर्ट पर नए भवन का लोकार्पण भी करेंगे। इस बीच शुक्रवार शाम को सूरत एयरपोर्ट को कैबिनेट की ओर से इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा देने की घोषणा के साथ नोटिफिकेशन जारी किया गया। इससे डायमंड व टेक्सटाइल सेक्टर को गति मिलेगी, विदेशी निवेशकों के साथ पर्यटकों की भी संख्या बढ़ेगी।

3400 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ‘सूरत डायमंड बुर्स’

पीएम मोदी रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कॉर्पोरेट ऑफिस हब ‘सूरत डायमंड बुर्स’ का उद्घाटन करने जा रहे है। करीब 3400 करोड़ रुपए की लागत से 35.54 एकड़ भूमि पर निर्मित, सूरत डायमंड बुर्स कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के व्यापार का एक वैश्विक केंद्र बनने के लिए तैयार किया गया है।

175 देशों के 4,200 व्यापारियों को रखने की क्षमता

आपको बता दें कि डायमंड बुर्स दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड इमारत है। इसमें 4,500 से ज्यादा इंटरकनेक्टेड कार्यालय हैं। यह इमारत पेंटागन से भी बड़ी है। पेंटागन से भी बड़ी इस इमारत में 175 देशों के 4,200 व्यापारियों को रखने की क्षमता है जो पॉलिश किए गए हीरे खरीदने के लिए सूरत आएंगे। व्यापार सुविधा से करीब 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

सूरत एयरपोर्ट एक्शन कमेटी ने रखी नामकरण की मांग : सूरत में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम को लेकर नई मांग सामने आई है। सूरत एयरपोर्ट एक्शन कमेटी ने हवाई अड्डे का नाम नरेंद्र मोदी इंटरनेशनल एयरपोर्ट करने की मांग की है। इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को पत्र भी भेजा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *