नई दिल्ली| रक्षा के मोर्चे पर भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। भारत विश्व का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने एयर डिफेंस सिस्टम की एकल फायर यूनिट के जरिए 25 किलोमीटर की रेंज पर 4 टारगेट्स को कमांड गाइडेंस की मदद से एक साथ नष्ट करने की काबिलियत हासिल की। इस परीक्षण के लिए भारतीय वायु सेवा की आकाश मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। वायुसेना ने 12 दिसंबर को अस्त्रशक्ति सैन्य अभ्यास के दौरान यह परीक्षण किया।
पूरी तरह स्वदेशी प्रणाली : आकाश हथियार प्रणाली को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बनाया है। डीआरडीओ का कहना है कि भारत दुनिया का पहला देश है, जिसके पास आकाश मिसाइल जैसी ताकत और तकनीक है।
ऐसा है आकाश मिसाइल सिस्टम
आकाश भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) का छोटी दूरी का सरफेस टू एयर (एसएएम) एयर डिफेंस सिस्टम है।
यह सिस्टम इजरायल के आयरन डोम की तर्ज पर दुश्मन के हवाई हमलों से एक बड़े इलाके की रक्षा कर सकता है।
आकाश वेपन सिस्टम (एडब्ल्यूएस) ग्रुप मोड या ऑटोनॉमस मोड में एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकता है।
आकाश मिसाइल सिस्टम 4-25 किलोमीटर की रेंज में उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर, लड़ाकू जेट और यूएवी को प्रभावी ढंग से मार गिरा सकता है।
इसका पूरा सिस्टम ऑटोमेटिक है। यह एक्टिव और पैसिव जैमिंग के को प्रभावी तरीके से रोक सकता है।
इसे रेल या सडक़ मार्ग से तेजी से कहीं भी ले जाया जा सकता है और जल्दी से तैनात किया जा सकता है।
आज के युद्ध में जहां सुसाइड ड्रोन और कामकाजी ड्रोन के इस्तेमाल की संभावनाएं बढ़ रही है, ऐसे में यह उपलब्धि बेहद महत्वपूर्ण है।……… –कर्नल मनीष ओझा, रक्षा विशेषज्ञ
तीन चरण… भारतीय वायु सेना की एयर डिफेंस यूनिट ने दुश्मन के चार एरियल टारगेट्स की पहचान की।
टारगेट्स को टै्रक कर नष्ट करने के लिए सिंगल फायर यूनिट से उसकी और मिसाइल दागी।
चारों टारगेट को अचूक ढंग से ध्वस्त किया।