जयपुर। राजस्थान में 31 दिसंबर 2023 से पहले मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में भी बदलाव किया जा सकता है। इसके लिए कवायद तेज कर दी गई है। माना जा रहा है कि फिलहाल मंत्रिमंडल की संख्या 15 से 18 तक ही सीमित रखी जा सकती है। इसमें 12 से 15 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। नए मंत्रियों को लेकर दिल्ली में सीएम भजनलाल शर्मा के साथ एक दौर की बातचीत हो चुकी है। इसलिए केंद्रीय नेतृत्व से संकेत मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल नए मंत्रियों को शपथ दिलवा सकते हैं।
सीएम भजन लाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के बुधवार रात तक दिल्ली जाने की संभावना है। इधर, भजनलाल मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए विधायकों ने दिल्ली और जयपुर तक भागदौड़ शुरू कर रखी है। प्रदेश संगठन महामंत्री से लेकर प्रदेश प्रभारी और अन्य संघ नेताओं के पास भी जुगाड़ लगाया जा रहा है। चर्चा है कि भजन लाल के मंत्रि मंडल में नए चेहरों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। वसुंधरा कैंप के लोगों को ज्यादा तवज्जों मिलने की संभावना कम ही है।
मंत्रिमंडल में मलमास आड़े नहीं
भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार औऱ नए मंत्रियों की शपथ में मलमास आड़े नहीं आ रहा है। इस संबंध में ज्योतिषियों से भी राय ली गई है। ज्योंतिषियों के मुताबिक जब मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों ने मलमास शुरू होने से पहले ही शुभ घड़ी में शपथ ले ली और पूजा-अर्चना हो गई है तो यही माना जाता है शुभ घड़ी में सरकार का कामकाज शुरू हो गया। इसलिए नए मंत्री बनाने में मलमास कोई बाधा नहीं है। इसी कड़ी विधानसभा में नए विधायकों की शपथ कराई गई है।