मुंबई| महाराष्ट्र के नासिक में आयकर विभाग (इनकम टैक्स) ने कई सरकारी ठेकेदारों पर छापा मारा है और उनके पास से करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति जब्त की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह छापेमारी पिछले चार दिनों से चल रही है। करीब 200 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम छापेमारी की कार्रवाई में शामिल है।
गत्ते भर-भर मिले पैसे
आयकर विभाग को 850 करोड़ से ज्यादा की बेहिसाब संपत्ति और लेनदेन होने की आशंका हैं। बताया जा रहा है कि आईटी की छापेमारी ठेकेदारों के आठ से ज्यादा जगहों पर की गई। सूत्रों के मुताबिक, इस छापेमारी में विभिन्न ठिकानों से 8 करोड़ रुपये की नकदी, 3 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और गोल्ड बिस्किट जब्त किये गये। आयकर विभाग की टीम ने नासिक में एक साथ दर्जनभर से अधिक जगहों पर छापा मारा। शहर के सबसे बड़े सरकारी ठेकेदारों के आवास और कार्यालय व अन्य परिसरों की तलाशी ली गई। उनसे संबंधित बैंक खातों, कंप्यूटरों और लेनदेन की जांच चल रही है। आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये के लेन-देन से जुड़े दस्तावेज, पेन ड्राइव, हार्डडिस्क जांच के लिए जब्त किए हैं।
छापे में पकड़े गए कई ‘धनकुबेर’
नासिक में आयकर विभाग ने सरकारी ठेकेदारों पर शिकंजा कसा है। महापालिका (ननि) के 8 ठेकेदारों के खिलाफ यह कार्रवाई पिछले चार-पांच दिनों से चल रही है। यह कार्रवाई बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से जारी है। कथित तौर पर आयकर अधिकारियों को देखकर कुछ ने अपनी नकदी को अपनी कारों में और झाड़ियों में छिपा दिया था, जबकि एक अन्य ने अपनी बेहिसाब संपत्ति को अधिकारियों से छिपाने के मकसद से लेनदेन के दस्तावेजों और पेन ड्राइव को छतों और पंखों में छिपाया था।
कुछ ठेकेदारों ने अपनी संपत्ति की जानकारी वाली पेन ड्राइव और हार्ड-डिस्क घर के अलग-अलग जगहों पर छिपा दी थी। उनमें से एक ने घर के पंखे में बेहिसाब लेनदेन की जानकारी वाली 2 जीबी की पेन ड्राइव छिपा रखी थी। वहीँ, एक कार में नकदी रखकर उसे झाड़ियों में छिपाया गया था। आयकर विभाग की कार्रवाई अभी भी जारी है। संभावना है कि आने वाले दिनों में बड़े खुलासे हो सकते हैं।