नई दिल्ली| लोकसभा चुनाव 2024 से पहले और धारा 370 हटाए जाने के बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जम्मू और कश्मीर पहुंच रहे हैं। यहां वह दुनिया सबसे ऊंचे पुल का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही 3161 करोड़ रुपए से अधिक की लागत 209 परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे। पीएम मोदी गांदरबल और कुपवाड़ा जिलों में विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के लिए बने 244 फ्लैट का भी उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही घाटी में ही नौ स्थानों पर 2816 फ्लैट बनाए जाने का शिलान्यास भी करेंगे।
ड्रोन और हवाई उपकरणों पर प्रतिबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। सुरक्षा करणों का हवाला देते हुए ड्रोन सहित अन्य हवाई उपकरणों की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जम्मू की डीएम अवनी लावनिया ने आदेश जारी किया है कि “जिले में किसी भी प्रकार के ड्रोन, पैराग्लाइडर, पैरामोटर, हैंग ग्लाइडर, यूएवी संचालन पर 20 फरवरी तक पूर्ण प्रतिबंधित है”।
ये है चिनाब पुल की 15 खासियत
1.चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है
2.चिनाब पुल की ऊंचाई नदी तल से 359 मीटर है
3.चिनाब पुल की कुल लम्बाई 1315 मीटर है
4.चिनाब पुल का 530 मीटर हिस्सा जमीन के ऊपर है
5.चिनाब पुल का शेष भाग 785 मीटर चिनाब वैली पर बना है
6.चिनाब पुल का को 120 वर्षो के लिए डिजाइन किया गया है
7.चिनाब पुल का भूकंप जोन 5 के हिसाब से तैयार किया गया है
8.चिनाब पुल पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार रेल दौड़ेगी
9.चिनाब पुल का मुख्य आर्च स्पान 467 मीटर है
10.चिनाब पुल में कुल मिलाकर 18 खम्बे हैं
11.चिनाब पुल में सबसे ऊंचा कंक्रीट पिलर करीब 49.343 मीटर का है
12.चिनाब पुल सबसे ऊंचा स्टील पिलर करीब 130 मीटर ऊंचा है
13.चिनाब पुल में 27,000 टन से भी ज्यादा स्टील की खपत हुई है।
14.चिनाब पुल को DRDO की मदद से ब्लास्ट लोड के लिए भी डिजाइन किया गया है
15.चिनाब पुल को जोड़ने के लिए विश्व स्तरीय वेल्डिंग को उपयोग में लाया गया है