भगवा रंग, घुंघरुओं की खनक… राग बंसत की लय पर मुस्कुराई खजुराहो तो एमपी के नाम दर्ज हुआ नया वर्ल्ड रेकॉर्ड

प्रादेशिक भोपाल मध्‍य प्रदेश

खजुराहो में राग बसंत की लय पर बना गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड
जनजातीय और लोक कलाओं के प्रशिक्षण के लिए देश का पहला गुरुकुल खजुराहों में बनेगा – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
कथक करते हुए 1484 घुंघरू साधकों ने दिखाई भारतीय संस्कृति की झलक
नृत्य की झंकार से एक बार फिर मुस्कुराई खजुराहो की धरा

खजुराहो| मध्य प्रदेश के नाम एक नया वर्ल्ड रेकॉर्ड दर्ज हुआ है। खजुराहो डांस फेस्टिवल में कथक महाकुंभ का आयोजन कि या गया था। इसके लिए कई दिनों से तैयारी चल रही थी। सीएम मोहन यादव ने 20 फरवरी को नगाड़े बजाकर इसकी शुरुआत की तो 1484 कलाकारों ने एक साथ राग बसंत की लय पर अपनी प्रस्तुति दी है। इतनी बड़ी संख्या में एक साथ भी कहीं भी लोक नृत्य का परफॉर्मेंस नहीं हुआ है। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में मध्य प्रदेश का नाम दर्ज हो गया है।

भगवामय था मंदिर प्रांगण
दरअसल, कथक महाकुंभ में शामिल होने आए कलाकारों ने भगवा रंग में रंगे नजर आ रहे थे। मंदिर में प्रांगण में सुबह से ही प्रस्तुति के लिए रिहर्सल कर रहे थे। नृत्य करने आए सभी कलाकार भगवा कलर का दुपट्टा लिए हुए थे। तस्वीरों में पूरा मंदिर प्रांगण भगवामय दिख रहा था। इस पल को देखकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि आपके नृत्य में जो भगवा झलक दिखाई दे रही, वो भगवान महाकाल तक पहुंचाई जा रही है।

घुंघरुओं की खनक से मुस्कुराई खजुराहो की धरा
पिछले 50 सालों से खजुराहो में डांस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस बार 50वां नृत्य समारोह था। डांस फेस्टिवल अलग-अलग राज्यों के लोकल कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जब कलाकार प्रस्तुति दे रहे थे तो घुंघरुओं की खनक से खजुराहो की धरा मुस्कुरा रही थी।

भारतीय संस्कृति को देखकर अभिभूत हुए लोग
खजुराहो डांस फेस्टिवल में बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान आते हैं। 1300 साल पहले बने मंदिरों के प्रांगण में कलाकारों ने जब प्रस्तुति दी तो विदेशी मेहमान भी मंत्रमुग्ध हो गए। डांस फेस्टिवल के जरिए भारतीय नृत्य और संगीत को जीवित रखना है। पद्म श्री और पद्म विभूषण से सम्मानित कलाकार यहां अपनी प्रस्तुति देती हैं। 26 फरवरी तक चलने वाले डांस फेस्टिवल के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट खजुराहो आए हुए हैं।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
वहीं, 1484 कलाकारों ने राग बसंत की लय पर अद्भुत छटा बिखेरी है। इसके साथ ही एमपी के नाम एक नया रेकॉर्ड बन गया है। कथक महाकुंभ के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में प्रदेश का नाम दर्ज हो गया है। सीएम मोहन यादव ने यह सर्टिफिकेट लिया है।

20 मिनट तक नहीं हटी नजरें
इसके साथ ही जब कलाकार वहां अपनी प्रस्तुति दे रहे थे तो लोगों की नजरें नहीं हट रही थी। 20 मिनट तक हमारे कलाकारों ने मन को मोह लेने वाली प्रस्तुति दी है। इस दौरान मंदिर प्रांगण में मौजूद सभी लोग उसमें खोए नजर आए हैं।

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