नई दिल्ली| रूस ने 7 भारतीयों को धोखे से आर्मी में भर्ती किया और फिर उन्हें जबरन उन्हें यूक्रेन से जंग के लिए युद्ध के मैदान में उतार दिया। अब इन भारतीयों ने एक वीडियो जारी कर अपनी आपबीती बताई और भारत से मदद गुहार लगाई है।पंजाब के होशियारपुर के युवाओं के रहने वाले इन 7 भारतीयों ने दावा किया है कि उन्हें रूस में सैन्य सेवा में धोखा दिया गया था और उन्हें यूक्रेन के खिलाफ मास्को का युद्ध लड़ना पड़ा। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जारी 105 सेकंड के वीडियो में सात लोग हुड या स्कल कैप के साथ शीतकालीन सैन्य जैकेट पहने हुए हैं। वे एक गंदे कमरे के अंदर खड़े हैं जिसके एक छोर पर एक बंद खिड़की है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि छह लोग एक कोने में छिपे हुए हैं, जबकि सातवां – जिसका नाम गगनदीप सिंह बताया जा रहा है, वो एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड कर अपनी स्थिति समझा रहा है और मदद गुहार लगा रहा है।
गगनदीप के अनुसार, वे 27 दिसंबर को नया साल मनाने के लिए रूस के लिए रवाना हुए। इन लोगों के पास रूस यात्रा के लिए वीज़ा था – जो 90 दिनों के लिए वैध था – लेकिन फिर पड़ोसी देश बेलारूस की यात्रा की। “यहां एक एजेंट ने हमें बेलारूस ले जाने की पेशकश की… हमें नहीं पता था कि हमें वीजा की जरूरत है। जब हम बेलारूस गए (बिना वीजा के) तो एजेंट ने हमसे और पैसे मांगे और फिर हमें छोड़ दिया। पुलिस ने हमें पकड़ लिया और हमें रूसी अधिकारियों के हवाले कर दिया गया, जिन्होंने हमसे दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कराए।