शरद पवार के पोते रोहित के खिलाफ ईडी का बड़ा एक्शन, 50 करोड़ की चीनी फैक्ट्री जब्त

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मुंबई| राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार के पोते रोहित पवार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी विधायक रोहित पवार की बारामती एग्रो कंपनी से जुड़ी 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली है। ईडी ने कन्नड सहकारी चीनी फैक्ट्री की 50.20 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी की मुंबई यूनिट ने औरंगाबाद के कन्नड में स्थित बारामती एग्रो लिमिटेड की चीनी इकाई की 161.30 एकड़ जमीन, संयंत्र और मशीनरी और इमारतों को कुर्क कर लिया है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक द्वारा बारामती एग्रो लिमिटेड को चीनी कारखानों की अवैध बिक्री से संबंधित मामले में पीएमएलए के तहत यह कार्रवाई की गई। रोहित पवार बारामती एग्रो लिमिटेड के सीईओ हैं।

आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पवार परिवार के खिलाफ ईडी की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. ईडी ने यह कार्रवाई शिखर बैंक घोटाला मामले में की है. इस मामले में पिछले कई दिनों से ईडी की कार्रवाई चल रही थी. जनवरी में ईडी की कई टीमों ने रोहित पवार की कंपनी से संबंधित पुणे, बारामती और अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने रोहित को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था। 38 वर्षीय पवार कर्जत-जामखेड सीट से विधायक हैं। वह बारामती एग्रो के मालिक और सीईओ भी हैं। पहली बार विधायक निर्वाचित हुए रोहित एनसीपी शरद पवार गुट में हैं। ईडी महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाले में उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही है। ईडी ने पांच जनवरी को बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर रोहित के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और कुछ संबंधित इकाइयों के परिसरों पर छापा मारा था

क्या है मामला?

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध (ईओडब्ल्यू) शाखा ने अगस्त 2019 में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया। दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट ने 22 अगस्त 2019 को महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में कथित तौर पर धोखाधड़ी से चीनी मिलों को बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने पाया था कि औने-पौने दाम पर मिलों को बेचा गया है, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। अब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच तेज कर दी है। इससे पहले महाराष्ट्र प्रदूषण विभाग ने बारामती एग्रो कंपनी को नोटिस जारी किया था। नोटिस में 72 घंटे के भीतर प्लांट बंद करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि तब हाईकोर्ट से स्टे मिलने से राहत मिल गया था। पहली बार विधायक बने रोहित पवार एनसीपी में फूट पड़ने के बाद वरिष्ठ नेता शरद पवार के साथ है। रोहित पवार के चाचा अजित पवार सत्ता में हैं। वह राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं।

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