चीता प्रोजेक्ट : कूनो में गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया, भारत में अब तक 13 चीतों का जन्म

प्रादेशिक मध्‍य प्रदेश श्योपुर

कूनो नेशनल पार्क से अच्छी खबर आई है। दक्षिण अफ्रीका से आई मादा चीता गामिनी ने पांच शावकों को जन्म दिया है। पांचों स्वस्थ हैं। मादा चिता गामिनी ने अपने शावकों को दुलार कर रही है। इसके साथ ही कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 26 हो गई है।

श्योपुर: कूनो जंगल से बड़ी खुशखबरी आई है। यह खुशखबरी चीता प्रोजेक्ट को लेकर है। इस बार भारत को मादा चीता गामिनी ने खुशी दी है। कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता गामिनी ने पांच शावकों को जन्म दिया है। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह खुशखबरी दी है। उन्होंने मादा चीता गामिनी और उसके शावकों की तस्वीर शेयर की है। गामिनी अपने शावकों को दुलार रही है। भारत में अब तक 13 शावकों को जन्म हो गया है। इसके बाद साफ है कि भारत में चीता प्रोजेक्ट सफल हो रहा है। यहां जन्मे चीता भारत के माहौल में ढल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने पांच शावकों को जन्म दिया है। गामिनी की उम्र अभी पांच साल है। इसके साथ ही भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है।

गामिनी भारत की धरती पर मां बनने वाली चौथी मादा चीता है। साथ ही दक्षिए अफ्रीका से लाए गए चीतों का यह पहला वंश है। अभी कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों का ही वंश बढ़ रहा था। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसके लिए वन अधिकारियों, पशु चिकित्सकों और फील्ड स्टॉफ को बधाई दी है। इन लोगों ने चीतों को लिए तनाव मुक्त वातावरण तैयार किया, जिससे सफल संभोग और शावकों का जन्म हुआ है। कूनो नेशनल पार्क में बड़े और छोटे चीतों की कुल संख्या 26 हो गई है। गौरतलब है कि भारत में चीता प्रोजेक्ट के लिए दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से चीते लाए गए थे। चीतों की पहली खेप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर 2022 को भारत पहुंची थी। इन्हें कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीते लाए गए थे। अब कूनो नेशनल पार्क में 13 बड़े और 13 छोटे चीते हैं। कुल 26 चीते हो गए हैं। इनमें 13 भारत के अपने हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *