चंड़ीगढ़। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा में भाजपा ने साढ़े 9 साल से सीएम मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को कमान सौंप दी है। नायब सैनी सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई। हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को विश्वास प्रस्ताव विधानसभा में पारित किया, जो ध्वनिमत से पास हो गया। विश्वास मत पर सदन में करीब दो घंटे तक चर्चा हुयी। जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने अपने सभी दस विधायकों को व्हिप जारी कर विश्वास मत पर मतदान के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने के लिये कहा था। विश्वास मत पर चर्चा शुरू होने पर सदन में मौजूद पार्टी के पांच विधायक विधानसभा से बाहर चले गए। हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 90 है। भाजपा के 41 सदस्य हैं जबकि उसे छह निर्दलीय तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है। विधानसभा में जजपा के दस विधायक हैं जबकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस के 30 और इंडियन नेशनल लोकदल का एक विधायक है। बता दें कि कल (12 मार्च) मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सैनी ने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा था। एक दिन पहले ही अचानक मनोहर लाल खट्टर ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके कुछ घंटों बाद ही नायब सिंह सैनी ने नए सीएम के तौर पर शपथ ले ली थी।