भोपाल। आज गुड फ्राइडे है। इस पर्व के मौके पर शहर के गिरजाघरों में ईसाई समुदाय के लोग विशेष प्रार्थनाएं कर रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को संध्याकाल में हॉली थर्सडे (पवित्र बृहस्पतिवार) यानी प्रभु यीशु के ‘अंतिम भोज’ का पर्व मनाया। इस दौरान शहर के गिरजाघरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। गिरजाघरों में फादर ने शिष्यों के पैर धोए।
पैर धोकर दी मानव सेवा की सीख
भोपाल के आर्चबिशप एएएस दुरईराज ने जहांगीराबाद स्थित कैथेड्रल में पवित्र समारोह की अगुवाई की। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 12 शिष्यों के पैर धोए। उन्होंने कहा कि यीशु ख्रीस्त ईश पुत्र होते हुए भी अपने स्वर्गीय पिता के समतुल्य नहीं होना चाहते थे, बल्कि मानवों के सेवक बनना चाहते थे। क्रूस पर ले जाने से पहले प्रभु ईसा मसीह ने लास्ट सपर (अंतिम भोज) में अपने 12 शिष्यों के पांव धोए थे। उन्होने प्रेम को नया अर्थ देते हुए अपने शिष्यों को भी दूसरों के पैर धोने की शिक्षा दी। पैर धोते समय वाशिंग आफ द फीट गीत गाया जाता है। पुराने शहर के साथ-साथ कोलार, अरेरा कालोनी, नर्मदापुरम रोड, गोविंदपुरा, टीटी नगर सहित अन्य क्षेत्रों में समाज के लोग रहते हैं, जिन्होंने श्रद्धापूर्वक प्रभु यीशु को याद किया।
सेंट जोंस चर्च में प्रार्थना
शहर के गोविंदपुरा स्थित सेंट जोंस चर्च में भी गुरुवार को विशेष आयोजन किए गए। इस मौके पर रेव्ह अनिल मार्टिन ने शिष्यों के पैर धोए और पोंछे। इस मौके पर उन्होंने मौजूद लोगों को सेवा के महत्व के बारे में बताया।