कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि जैसे एक फुटबॉल मैच में आप एक समझौता किए हुए खिलाड़ी के साथ नहीं जीत सकते, उसी तरह आपके पास एक समझौता किए हुए मुख्यमंत्री हैं
पथानामथिट्टा/ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विजयन ने समझौता कर लिया है कि वह कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करेंगे, लेकिन भाजपा पर नहीं। उन्होंने कहा कि विजयन का नाम कई घोटालों में आया है, लेकिन भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस नेता प्रियंका शनिवार को पथानामथिट्टा लोकसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित कर कांग्रेस उम्मीदवार एंटो एंटनी के लिए वोट मांग रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जैसे एक फुटबॉल मैच में आप एक समझौता किए हुए खिलाड़ी के साथ नहीं जीत सकते, उसी तरह आपके पास एक समझौता किए हुए मुख्यमंत्री हैं। वह केवल मेरे भाई राहुल गांधी पर हमला करते हैं। वह भाजपा पर हमलावर क्यों नहीं होते, क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है।
भाजपा सरकार ने सीएम पर नहीं डाले केस
प्रियंका गांधी ने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री विजयन का नाम लाइफ मिशन, सोने की तस्करी के अलावा कई अन्य घोटालों में आ चुका है। बावजूद इसके भाजपा सरकार ने न तो उनके खिलाफ केस डाले, न ही कभी छापेमारी की और न ही कोई एक्शन लिया। प्रियंका गांधी ने राज्य में सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली वामपंथी सरकार पर भी हमला किया। कहा कि केरल में रोजगार के अवसरों की भारी कमी है, जिसके चलते लोग राज्य को छोड़कर दूसरे राज्यों और देशों में जा रहे हैं। इसके लिए प्रियंका ने केरल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने राज्य सरकार पर केवल अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नौकरी देने और आम लोगों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया।
विजयन ने डीएलएफ-रॉबर्ट वाड्रा कनेक्शन के जरिए प्रियंका पर साधा निशाना
इसके अलावा, सीएम विजयन ने डीएलएफ-रॉबर्ट वाड्रा कनेक्शन को उजागर करते हुए प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने डीएलएफ पर हुई सीबीआई की छापेमारी का भी जिक्र किया, जिसके कुछ घंटों बाद प्रियंका गांधी का यह बयान सामने आया है। सीएम विजयन ने कहा कि डीएलएफ और वाड्रा के बीच जमीनी सौदे के आरोप हैं। दावा किया कि कंपनी ने छापेमारी के बाद 170 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे, जिसके बाद भाजपा सरकार ने बाद में अदालत को बताया कि कंपनी के लेनदेन में कुछ भी अवैध नहीं है। चुनावी बॉन्ड के माध्यम से भाजपा को भुगतान करने के तुरंत बाद छापेमारी और मामला समाप्त हो गया।