इंदौर: जीएसटी राजस्व वृद्धि दर के मामले में मप्र देश में सबसे आगे हो गया है। देश में अप्रैल में जीएसटी राजस्व की वृद्धि दर पिछले साल अप्रैल की तुलना में 11 प्रतिशत रही, जबकि मध्यप्रदेश में यह बढ़ोतरी बीते साल के मुकाबले 30 प्रतिशत रही। इसके साथ अप्रैल की जीएसटी राजस्व वृद्धि दर में मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के अप्रैल में 2865 करोड़ रुपये जीएसटी राजस्व प्राप्त हुआ था। इसकी तुलना में वित्तीय वर्ष 2024-25 के माह अप्रैल में जीएसटी अंतर्गत 3713 करोड़ रुपये का राजस्व प्रदेश से संग्रहीत हुआ। यह न केवल बीते साल इसी अवधि से 30 प्रतिशत ज्यादा है बल्कि जीएसटी लागू होने के बाद अब तक किसी भी माह में जुटाया गया अधिकतम राजस्व है।
व्यवसायियों की संख्या 41.60 प्रतिशत बढ़ी
मप्र वाणिज्यिककर विभाग के अनुसार प्रदेश में जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या बढ़ना इसके पीछे का अहम कारण है। प्रदेश में वर्ष 2018 में पंजीकृत व्यवसायियों की संख्या 3 लाख 84 हजार 438 थी। वर्तमान में प्रदेश के इनकी संख्या 5 लाख 44 हजार 388 हो गई है। यानी व्यवसायियों की संख्या में तुलनात्मक रूप से 41.60 प्रतिशत अधिक हो गई है। विभाग के अनुसार पंजीकरण के लिए विशेष अभियान चलाना इसकी वजह है। इसके साथ ही स्क्रूटनी, आडिट एवं प्रवर्तन के विशेष अभियानों का नतीजा भी राजस्व वृद्धि के रूप में दिखा है।