मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं में 15 जून से शुरू होंगे प्रवेश

प्रादेशिक भोपाल मध्‍य प्रदेश

भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीन साल की उम्र से प्री-प्राइमरी कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा। प्रदेश के तीन हजार से अधिक स्कूलों में नर्सरी, केजी-1 व केजी-2 की कक्षाएं शुरू की जा रही है। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया आगामी 15 जून से शुरू की जाएगी। इनमें तीन से चार साल तक की उम्र के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। राज्य शिक्षा केंद्र ने इस संबंध में शुक्रवार को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का कोटा भी तय कर दिया गया है।राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा नर्सरी में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों की संख्या भी तय कर दी है। बता दें, कि राज्य शिक्षा केंद्र प्री प्रायमरी एजुकेशन के तहत वर्ष 2019-20 से केजी-1 व केजी-2 कक्षाएं संचालित कर रहा रहा है। इस वर्ष से सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू करने जा रहा है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए है। इसमें कहा है कि वर्ष 2024-25 सत्र के लिए समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना में 3061 विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने की स्वीकृति शासन ने दी है। पहले से 1415 विद्यालयों में केजी 1 और केजी 2 कक्षाएं सत्र 2019-20 से संचालित की गई थीं।

कलेक्टर कराएंगे स्कूलों में इंतजाम

राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला कलेक्टरों को जारी दिशा-निर्देश में कहा है कि वे चिंहित विद्यालयों के कमांड क्षेत्रों में तीन से छह साल की उम्र वर्ग के बच्चों को चिंहित करा लें।यह भी कहा गया है कि प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिए स्कूल में टाट पट्टी, पीने का पानी और शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। जिस विद्यालय में प्रवेश दिया जाना है। वहां कम से कम दो कक्षों में प्रवेश पाने वाले बच्चों की कक्षा संचालन की सुविधा हो और बाहर खेलने के लिए मैदान पर्याप्त जगह वाला हो। नर्सरी कक्षाओं में पढ़ाने के लिए हर स्कूल में कम से कम दो अलग शिक्षकों का इंतजाम होना चाहिए।शिक्षकों की उम्र 52 वर्ष से कम होनी चाहिए। चयन में महिला शिक्षिक को प्राथमिकता दी जाए।

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