नई दिल्ली। पाकिस्तान संबंधी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान से शुक्रवार को विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद कांग्रे स ने तुरंत उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर पाकिस्तान तथा उसकी धरती से पनपने वाले आतंकवाद के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया। अय्यर ने कहा कि वीडियो पुराना है और इस समय इसे इसलिए ढूंढ कर निकाला गया है क्योंकि भाजपा का चुनाव अभियान लड़खड़ा रहा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें अय्यर यह कहते नजर आ रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वह एक संप्रभु राष्ट्र है और उसके साथ संवाद कायम करना चाहिए क्योंकि उसके पास भी परमाणु बम है।
उन्हें वीडियो में यह संकेत देते सुना जा सकता है कि अगर कोई ‘सनकी व्यक्ति’ वहां सत्ता में आ जाता है और परमाणु बम का इस्तेमाल करता है तो यह अच्छा नहीं होगा और इसका असर यहां भी होगा। इस टिप्पणी पर विवाद शुरू होने पर कांग्रेस ने कहा कि वह कुछ महीने पहले की गई अय्यर की टिप्पणी से पूरी तरह असहमत है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर कहा कि अय्यर किसी भी हैसियत से पार्टी का पक्ष नहीं रखते हैं।
खेड़ा ने लिखा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मणिशंकर अय्यर द्वारा कुछ महीने पहले की गई कुछ टिप्पणियों से अपने आप को अलग करती है और पूरी तरह से उनसे असहमत है। देश समझ रहा है कि भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की दैनिक गलतियों एवं निरंतर डगमगाते प्रचार से ध्यान हटाने के प्रयास में इन पुरानी व अप्रासंगिक टिप्पणियों को पुनर्जीवित किया जा रहा है। अय्यर किसी भी प्रकार से अथवा किसी भी मंच से पार्टी का प्रतिनिधित्व नहीं करते।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का एक वीडियो साझा करते हुए उन्होंने कहा, “ यदि पुराने वीडियो का उपयोग किया जाए, तो यहां एक ऐसा थोड़ा पुराना वीडियो है जहां विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से भारत को चीन से डरने की सलाह दी है।” आम चुनाव के बीच विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेरने की कोशिश में भाजपा ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को उतारा। उन्होंने कहा कि अय्यर चाहते हैं कि भारत, पाकिस्तान से डरे और उसे सम्मान दे।
चंद्रशेखर ने कहा कि ”नया भारत” किसी से नहीं डरता। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि अय्यर की टिप्पणियों ने कांग्रेस के इरादों, नीतियों और विचारधारा को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पाकिस्तान और उसकी धरती पर पनपने वाले आतंकवाद के आगे नतमस्तक हो गई है।” भाजपा नेता ने कांग्रेस के कई नेताओं की हालिया टिप्पणियों का हवाला दिया।
महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा था कि आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने नहीं बल्कि आरएसएस से जुड़े एक पुलिसकर्मी ने की थी। वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पुंछ में हाल ही में हुई आतंकी घटना को चुनावी स्टंट बताते हुए खारिज कर दिया था। इस घटना में वायु सेना के अधिकारी की मौत हो गई थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मुंबई आतंकवादी हमला आरएसएस की साजिश थी। चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थक की तरह काम, बात और व्यवहार करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सैम पित्रोदा मामले की तरह खुद को अय्यर से दूर कर लेगी, लेकिन यह स्पष्ट है कि उसके नेताओं की टिप्पणियों में एक प्रकार की समानता है। पित्रोदा पर हाल में नस्लवादी टिप्पणी करने का आरोप लगा था।