ग्वालियर। नर्सिंग कॉलेजों की जांच में सीबीआई अधिकारियों द्वारा रिश्वत लिए जाने का मामला सामने आने के बाद अब कॉलेजों को क्लीन चिट देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच शुरू की गई है। नर्सिंग कॉलेजों की जांच करने वाली टीम में शामिल शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय जीआरएमसी की 3 नर्सिंग अधिकारी पुष्पा राय, गिरजा झा और पूनम सिंह जांच के दायरे में आई हैं। इन्होंने नर्सिंग कालेजों का निरीक्षण करने के बाद उपयुक्त बताया था। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग से इनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने कहा गया है। चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण पिथोड़े की ओर से जारी आदेश में इन पर निजी नर्सिंग कॉलेज के पक्ष में गलत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आरोप है।
हर स्तर पर हुई गड़बड़ी
मान्यता की कसौटी पर खरे न उतरने वाले नर्सिंग कॉलेजों में हर स्तर पर गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। कॉलेजों की जांच के लिए राज्य व स्थानीय स्तर के साथ नर्सिंग काउंसिल के तीन मुख्य चेक प्वाइंट बने थे, लेकिन तीनों स्तर पर अफसरों का ऐसा गठजोड़ रहा कि सब जानते हुए भी वह आंखें मूंदकर बैठे रहे।