सरबजोत ने म्यूनिख निशानेबाजी विश्व कप में जीता स्वर्ण पदक

खेल निशानेबाजी

म्यूनिख। सरबजोत सिंह ने गत विश्व चैंपियन और चार बार के ओलंपियन की मौजूदगी वाली पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर गुरुवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में भारत के पदक का खाता खोला। भारत के 22 साल के सरबजोत ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 242.7 अंक जुटाए। उन्होंने चीन के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी चीन के बू शुआईहेंग को 0.2 अंक से पछाड़ा। जर्मनी के रोबिन वाल्टर ने कांस्य पदक जीता।

सरबजोत ने बुधवार को क्वालीफाइंग में 588 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में गत विश्व चैंपियन चीन के बोवेन झेंग और तुर्की के चार बार के ओलंपिक यूसुफ डिकेक भी चुनौती पेश कर रहे थे। सरबजोत ने हालांकि फाइनल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए आईएसएसएफ विश्व कप में अपना दूसरा व्यक्तिगत पदक जीता। इससे पहले उन्होंने पिछले साल भोपाल में भी स्वर्ण पदक जीता था। युवा भारतीय निशानेबाज ने शुरुआती पांच शॉट में तीन बार 10 से अधिक अंक जुटाकर शुरुआती बढ़त बनाई। सरबजोत ने लगातार अच्छी निशानेबाजी की और 14वें शॉट से पहले तक बढ़त बरकरार रखी जब वाल्टर ने उनकी बराबरी कर ली। सरबजोत ने 15वें शॉट में 10.8 अंक के साथ अपना दावा मजबूत किया जबकि वाल्टर 8.6 अंक ही जुटा पाए।

पांचवें नंबर पर झेंग के बाहर होने के बाद वाल्टर ने डिकेक को पछाड़कर कांस्य पदक जीता। अंतिम दो शॉट से पहले सरबजोत और बू के बीच 1.4 अंक का अंतर था और भारतीय निशानेबाज ने जीत दर्ज करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इससे पहले सरबजोत पेरिस ओलंपिक के लिए चयन ट्रायल में भी शीर्ष पर रहे थे। सरबजोत ने चांगवोन में एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2023 की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता था और भारत के लिए पेरिस ओलंपिक का पहला पिस्टल कोटा हासिल किया था। पिछले साल एशियाई खेलों में सरबजोत ने पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा का स्वर्ण और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा का रजत पदक जीता था।

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