बरेली : दरगाह आला हजरत के मरकजी दारूल इफ्ता से ऐलान, 17 जून को होगी ईद-उल-अजहा

धर्म-आस्था

बरेली: सुन्नी-बरेलेवी मुसलमानों के मरकज (केंद्र) दरगाह आला हजरत से ईद-उल-अजहा की तारीख का ऐलान हो गया है। मरकजी दारूल इफ्ता से जारी पैगाम में कहा गया है कि आगामी 17 जून को ईद-उल-अजहा मनाई जाएगी। बीती आठ जून को इस्लामिक कैलेंडर के जिलहज्जा महीने की पहली तारीख थी। जिलहज्जा की दस तारीख को ईद मनाई जाती है, जो इस बार 17 जून को पड़ रही है।

ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद कुर्बानी का दौर शुरू होगा, जो तीन दिन तक चलता है। कुर्बानी की रस्म, हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम द्वारा अपने बेटे हजरत इस्माईल अलैहिस्सलाम को खुदा की राह में कुर्बान करने के इरादे से मंसूब है। इसी जज्बे और इरादे का इजहार करने के लिए मुस्लिम समुदाय कुर्बानी की रस्म अदा करता है। मरकजी दारूल इफ्ता से जारी पैगाम में स्पष्ट किया गया है कि ईद-उल-अजहा की ये तारीख केवल बरेली क्षेत्र के लिए ही। बाकी शहरों और जिलों के लोग अपने यहां के शहर काजी के ऐलान पर अमल करें।

मरकजी दारूल इफ्ता ने काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रजा खान-असजद मियां के हवाले से 17 जून को ईद-उल-अजहा मनाने का ये पैगाम जारी किया है। समाज से अदबो-एतराम और सुकून के साथ ईद मनाने का संदेश है। सनद रहे कि चांद के दीदार की तस्दीक के बाद ही दारूल इफ्ता से ईद का ऐलान होता है। आज जिलहज्जा की तीन तारीख है। और ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी के लिए बाजार भी सजने लगा है। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों और पशु बाजारों में बकरों की खरीद-फरोख्त का सिलसिला तेजी से चल रहा है।

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