मप्र : सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव का शुभारंभ, सीएम मोहन यादव ने कहा- सरकारी स्कूलों में भी जरूरी व्यवस्था की जाए

प्रादेशिक भोपाल मध्‍य प्रदेश

राजस्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह व जनजातीय कार्यमंत्री विजय शाह समेत अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि ने भी विभिन्न स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों का स्वागत किया।
प्रवेशोत्सव के दिन शालाओं में विशेष भोजन का वितरण भी किया जा रहा है।

भोपाल। ग्रीष्मावकाश के बाद मंगलवार, 18 जून यानी आज से प्रदेश में स्कूल खुल गए हैं। इसके साथ ही आज ‘स्कूल चलें हम’ अभियान की शुरुआत भी हो गई। राजधानी भोपाल में स्थित शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने इस अभियान का शुभारंभ किया| मुख्यमंत्री डा. यादव ने कार्यक्रम के दौरान स्कूल में नवप्रवेशी विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। कार्यक्रम के मंच पर सीएम के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, मंत्री विश्वास सारंग, राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा और भोपाल की महापौर मालती राय भी उपस्थित रहीं। मुख्यमंत्री ने “प्रवेशोत्सव कार्यक्रम” में छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उपलब्धियां अर्जित करने वाले विद्यार्थियों का प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मान किया एवं उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

इस मौके पर सीएम डा. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में सीएम राइज स्कूलों की तरह अन्य सरकारी स्कूलों में भी जरूरी व्यव स्था की जाए। सरकारी स्कूल में मैं भी पढ़कर निकला हूं। सरकारी स्कूल से निकले विद्यार्थी भी नई ऊंचाइयों को छूते हैं। मप्र में संचालित सर्वसुविधायुक्त 369 सीएम राइज स्कूलों और पीएम श्री स्कूलों के माध्यम से छात्रों को आधुनिक तरीके से शिक्षा प्रदान की जा रही है। जनजातीय कल्याण मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि पहले से 12वीं तक के सभी स्कूलों में जन गण मन का गायन होना चाहिए। साथ ही मदरसों में भी राष्ट्रगान होना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूल में जनप्रतिनिधि और अधिकारी जाकर विद्यार्थियों को प्रेरित करें। उन्हें करियर की दिशा दिखाएं।
सांसद, विधायकों ने किया स्वागत
इसके अलावा प्रदेशभर की शासकीय शालाओं में भी ”प्रवेशोत्सव” के आयोजन किए जा रहे हैं। सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों का स्वागत किया। शाला स्तर पर आयोजित स्कूल चलें हम अभियान कार्यक्रम में शाला के पूर्व विद्यार्थियों एवं जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया। इस दौरान ग्राम/बसाहट के शाला से बाहर रहे चिन्हित बच्चों का शाला में नामांकन एवं उनके अभिभावकों का शाला स्तर पर स्वागत किया गया। प्रवेशोत्सव के दिन शालाओं में विशेष भोजन का वितरण भी किया जा रहा है।
तीन दिन चलेंगे कार्यक्रम
स्कूल चलें हम अभियान के तहत आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा। इस अभियान के दूसरे दिन समस्त विद्यालयों में शिक्षक अभिभावक बैठक का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों में अभिभावकों के साथ शालेय गतिविधियों पर चर्चा, जिसमें प्रमुखतः कक्षावार विषयखंड, शैक्षणिक कैलेंडर, अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया, अभिभावक-शिक्षक बैठक, सह शैक्षणिक गतिविधियों, शाला में उपलब्ध सुविधाओं आदि की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाएगा।
भविष्य से भेंट
इसके अलावा 20 जून को प्रदेश की समस्त शासकीय शालाओं में जनसमुदाय की सहभागिता में ‘भविष्य से भेंट’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध प्रभावशाली, प्रबुद्ध एवं सम्मानित व्यक्ति, स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति आदि प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंटकर विद्यार्थियों से अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके अतिरिक्त समाज के अन्य इच्छुक व्यक्ति यथा जनप्रतिनिधि, संचार मित्र, सामाजिक संगठनों से जुडे व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता, उन्नत किसान, अभिनेता, कलाकार, खिलाड़ी, उद्योगपति, व्यवसायी अथवा अधिकारी भी अपनी पंसद के किसी एक स्कूल में जाकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन और सहयोग कर सकेंगे।

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