सावन में बदल जाएगी भगवान महाकाल की दिनचर्या, आज रात 2.30 बजे खुलेंगे महाकाल मंदिर के पट

उज्जैन धर्म-आस्था प्रादेशिक मध्‍य प्रदेश

उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में रविवार रात 2.30 बजे पट खुलने के साथ श्रावण मास की शुरुआत होगी। पुजारी भगवान महाकाल की भस्म आरती करेंगे। सोमवार शाम चार बजे भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। अवंतिका नाथ चांदी की पालकी में मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा अनुसार श्रावण-भादौ मास में प्रत्येक रविवार को रात 2.30 बजे तथा सोमवार से शनिवार तक छह दिन रात 3 बजे मंदिर के पट खुलें गे। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी। मंदिर समिति द्वारा दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। श्रावण मास में भगवान महाकाल के जलाभिषेक का विशेष महत्व है। इसी धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंदिर समिति ने कार्तिकेय व सभा मंडप में जल पात्र लगाए हैं। देश-विदेश से आने वाले दर्शनार्थी जल पात्र के माध्यम से भग वान का जलाभिषेक कर सकेंगे। देशभर से आने वाले कावड़ यात्रियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं, श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों के चलते जिला प्रशासन ने शहर के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है। प्रत्येक सोमवार को पहली से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों का अवकाश रहेगा।

भक्तों को इन द्वारों से मिलेगा मंदिर में प्रवेश
सामान्य दर्शनार्थी महाकाल महालोक के नंदी द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे। -शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये के टिकट वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश गेट नंबर-1 व गेट नंबर-4 से होगा। -वीआइपी दर्शनार्थी बेगम बाग मार्ग पर स्थित नीलकंठ द्वार से प्रवेश करेंगे। भस्म आरती दर्शन -अनुमति प्राप्त दर्शनार्थी : भस्म आरती दर्शन के लिए नंदी व गणेश मंडपम की अनुमति धारी श्रद्धालुओं का प्रवेश मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर के गेट नंबर-1 से रहेगा।

चलित भस्म आरती दर्शन
भस्म आरती के चलित दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर के प्रशासनिक भवन के सामने अवंतिका द्वार से होगा। कांवड़ यात्री -शनिवार, रविवार व सोमवार को आने वाले कांवड़ यात्री सामान्य दर्शनार्थियों के साथ कतार में लगकर भगवान का जलाभिषेक कर सकेंगे। मंगलवार से शुक्रवार तक चार दिन कावड़ यात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करते हुए गेट नंबर- 4 से प्रवेश दिया जाएगा।

दर्शनार्थी यहां पार्क करें अपने वाहन
इंदौर, देवास व भोपाल की ओर से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन हरिफाटक ब्रिज चौराहा पर मन्नत गार्डन, वाकड़कर ब्रिज के समीप तथा हरिफाटक ब्रिज के नीचे पार्क कर सकेंगे। ये पार्किंग फुल हो जाने पर श्रद्धालुओं के वाहनों को जंतर-मंतर लालपुल टर्निंग की ओर प्रवेश देकर कर्कराज तथा नृसिंह घाट पार्किंग में वाहन पार्क कराए जाएंगे। बड़नगर, रतलाम, नागदा व आगर रोड की ओर से आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था कार्तिक मेला ग्राउंड में रहेगी

नौका विहार करेंगे भगवान
ओंकारेश्वर और ममलेश्वर खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में श्रावण सोमवार को भगवान ओंकारेश्वर पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस दौरान कोटितीर्थ घाट पर पूजन-अभिषेक होगा। तत्पश्चात भगवाान ओंकारेश्वर और ममलेश्वर को नौका विहार करवाया जाएगा। भीड़ को देखते हुए वीआइपी दर्शन पर प्रतिबंध रहेगा। सुबह नौ बजे तक ही भगवान को सीधे जल और फूल-बेलपत्र चढ़ सकेगा। दिन में इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।

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