वायनाड। केरल के वायनाड जिले में भीषण बारिश के चलते 30 जुलाई की सुबह लैंडस्लाइड हुई है। इसमें 150 से ज्यादा लोग मलबे में फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने इस दर्दनाक हादसे में तीन बच्चों के साथ 116 लोगों की मौत होने की जानकारी दी है। घटना की खबर मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची है। साथ ही, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जानकारी के मुताबिक 16 घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनका इलाज जारी है। बता दें, लोगों की मदद के लिए एयरफोर्स ने तमिलनाडु से दो हेलिकॉप्टर रवाना किए हैं। खबरों के मुताबिक वायनाड में भारी बारिश से दो बार भूस्खलन हुआ। बताया जा रहा है कि एक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह करीब दो बजे जबकि दूसरा सुबह करीब 4:10 बजे हुआ।
घायलों का इलाज जारी
वायनाड में भूस्खलन के चलते 150 से भी ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की जानकारी है। इस भयावह हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही, 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल मलबे में फंसे लोगों की मदद के लिए राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां जुटी हुई हैं। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई का कहना है कि रेस्क्यू कार्यों का समन्वय किया जाएगा।
हेल्पलाइन नंबर किया जारी
इलाके केसीएमओ के मुताबिक, भीषण बारिश के चलते केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड हुई। बता दें, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम भी बनाया है। लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किया गया है। साथ ही, एयरफोर्स ने सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से 2 हेलिकॉप्टर एमआई-17 और एएलएच रवाना किए हैं।
वाहनों के जाने पर रोक
लैंडस्लाइड के बाद इलाके के सीएमओ ने बयान जारी किया है। भूस्खलन के चलते थामरसेरी दर्रे से होकर सिर्फ जरूरी वाहनों को जाने की इजाजत है। इसके अलावा दूसरे किसी भी वाहनों के जाने पर रोक लगा दी है। कलेक्टर का आदेश वायनाड कलेक्टर ने सरकारी आफसरों को अपने-अपने कार्यालय में रहकर जरूरत पड़ने पर बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने के आदेश दिए हैं। साथ ही, कलेक्टर ने किसी भी अधिकारी को बिना अनुमति के जिला छोड़कर जाने से मना किया है।
मलबे में दबे सैकड़ों लोग : केएसडीएमए
केरल एस.डी.एम.ए ने बताया कि लोगों को रेस्कयू करने के लिए दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से एक्टिव हैं। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में तैनात है। प्रभावित इलाकों में सैकड़ों लोगों की भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी मिली है। अधिकारियों के मुताबिक लगातार हो रही बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
दो लोगों को जीवित निकाला
वायनाड में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 89 पहुँच गई है। जबकि दो लोगों को मलबे से जीवित निकाला गया है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में ये बात कही है। केरल के वायनाड जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार सुबह-सुबह कई जगहों पर हुई भूस्खलन हुआ हैं। जिसमें सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका हैं। अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन से मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव प्रभावित हुए हैं।
वायनाड पहुंच रहे केरल के सीएम पिनाराई विजयन
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि सभी सरकारी एजेंसियां भूस्खलन को देखते हुए खोज और बचाव अभियान के तहत पूरी तरह से एक्टिव हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियानों का समन्वय किया जाएगा और साथ ही राज्य के मंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए वायनाड पहुंच रहे हैं।
केरल में बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। आईएमडी ने बताया है कि ज्यादातर जगहों पर हल्की या मध्यम बारिश होने की संभावना है, लेकिन कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने वायनाड में बारिश का अनुमान जताया है, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में हुए हादसे को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त ही है और मुआवजे का ऐलान भी किया है। पीएम मोदी ने कहा कि वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया दिया है और जो लोग घायल हुए हैं उनके लिए में प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है। केरल केमुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और वहां के मौजूदा हालात के मद्देनजर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया है। पीएम मोदी ने मुआवजे का ऐलान भी किया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने की ओर से जारी एक्स पोस्ट में कहा गया है कि वायनाड में भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों के निकटतम परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपए का मुआवजा और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
केरल में भूस्खलन की आपदा, दो दिन का शोक घोषित-आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज
तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने राज्य में विनाशकारी भूस्खलन को देखते हुए दो दिन का शोक घोषित किया है। मुख्य सचिव डॉ. वेणु वी ने एक वक्तव्य में कहा कि वायनाड जिले के चूरलमाला में प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर राज्य सरकार ने 30 और 31 जुलाई को शोक की घोषणा की है। शोक की अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सरकार की ओर से पूर्व निर्धारित सार्वजनिक समारोह स्थगित कर दिये जायेंगे। वायनाड जिले के वेल्लारीमाला गांव में मंगलवार सुबह दो बड़े भूस्खलन की घटना में लगभग 89 लोगों की मौत हो गई है। केरल के वायनाड जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार सुबह-सुबह कई जगहों पर हुई भूस्खलन हुआ हैं। जिसमें सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका हैं। अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन से मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव प्रभावित हुए हैं।
जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केरल में हुए भूस्खलन पर शोक जताया है। उन्होंने एक्स पर कहा कि मैं वायनाड में हुए भारी भूस्खलन से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदना उन शोक संतप्त परिवारों के प्रति है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मुझे उम्मीद है कि जो लोग वहां फंसे हुए हैं, उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाला जाएगा। राहुल ने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है। जिन्होंने आश्वासन दिया कि बचाव अभियान तेजी से चल रहा है। साथ ही सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, कंट्रोल रूम स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए किसी भी तरह से जरूरी किसी भी मदद के बारे में सूचित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा कि वे केंद्रीय मंत्रियों से हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करेंगे। साथ ही सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से भी अनुरोध किया कि सभी बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की मदद करने का आग्रह भी किया।
पीएम मोदी ने जताया शोक
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वायनाड में कुछ जगहों पर भूस्खलन की खबर से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है और जो घायल हुए हैं, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान जारी है।’’ मोदी ने लिखा, ‘‘केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की और वहां उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।’’ मंगलवार तड़के हुए भूस्खलन ने तबाही के निशान छोड़े हैं। कई मकान जमींदोज हो गए हैं, नदियां उफान पर हैं और कई पेड़ उखड़ गए हैं। सोमवार तक अपने मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांवों की अब भूस्खलन की चपेट में आने के बाद तस्वीर बदल गई है और अन्य हिस्सों से उनका संपर्क टूट गया है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा
वायनाड में हुए भूस्खलन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “आज सुबह एक प्राकृतिक हादसे के कारण वायनाड में बड़ी क्षति पहंची है। अभी तक सूचना के हिसाब से बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई है और कई लोग घायल हुए हैं…मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं…घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बातचीत की है और केंद्र सरकार पूरी तरीके से केरल के लोगों के साथ है…जो भी आवश्यकता होगी केंद्र सरकार पूरी तरीके से उनकी मदद करेगी…”
स्टालिन ने पिनराई विजयन से बात की, बचाव प्रयासों में तमिलनाडु की टीम भेजी
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को केरल में भारी बारिश के कारण हुईं भूस्खलन की घटनाओं को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बातचीत की तथा उन्हें बचाव एवं राहत प्रयासों में राज्य के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और पड़ोसी की सहायता के लिए तत्काल एक दल भेजने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के अधिकारियों को राहत गतिविधियों के लिए पड़ोसी राज्य को पांच करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया और अधिकारियों को केरल में बचाव तथा राहत कार्य में मदद के लिए एक बचाव दल भेजने का निर्देश दिया। स्टालिन ने विजयन से फोन पर बात कर प्राकृतिक आपदा के कारण हुई जानमाल की हानि पर अपनी संवेदना और सहानुभूति प्रकट की।