भोपाल| दिल्ली के कोचिंग सेंटर में बारिश का पानी भरने से हुए हादसे में 3 छात्रों की मौत पर मध्य प्रदेश ने भी खासा सबक लिया है। घटना के बाद मंगलवार से ही प्रदेशभर में अव्यवस्थाओं के साथ संचालित की जा रही। कोचिंग क्लासेस और लाइब्रे रीज के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो आज भी जारी है। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में हुई कारर्वाई के दौरान कुल 18 कोचिंग-लाइब्रेरी के साथ साथ 7 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की मान्यता रद्द कर उनपर ताले जड़े गए हैं। संबंधित जिलो के कलेक्टरों द्वारा आदेश मिलते ही विभागीय अमले ने अभियान चलाकर कोचिंग सेंटरों की व्यवस्थाओं की जांच की। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गाइड लाइन जारी कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इसके बाद खासतौर पर प्रदेश के बड़े शहरों वाले जिलों के कलेक्टरों ने सर्चिंग अभियान के आदेश जारी किए और मंगलवार से प्रशासनिक अमले ने इंदौर, भोपाल और ग्वालियर में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की। इस दौरान सील किए गए सभी संस्थानों में अव्यवस्थाओं का अंबार देखने को मिला। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में शहर के कोचिंग हब एमपी नगर जोन-2 में छापामार कार्रवाई की गई। एसडीएम आशुतोष शर्मा की टीम ने यहां कई अनियमितताएं पकड़ने के बाद ऑरस एकेडमी और कौटिल्य एकेडमी का बेसमेंट सील कर दिया। जबकि, 3 अन्य कोचिंग संचालकों को चेतावनी दी गई। भोपाल में द लैंप कलासेज, अनएकेडमी सेंटर, रेजोनेंस क्लासेस, स्टेप अप अकादमी, नीट मेंटर, मितेश राठी क्लासेस, फिजिक्स वाला कोचिंग, दुर्रोनी क्लासेस का भी निरीक्षण किया गया।
इंदौर के 14 कोचिंग और लाइब्रेरी सील
कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर में सभी एसडीएम को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार को जूनी इंदौर एसडीएम घनश्याम धनगर ने टीम के साथ भंवरकुआं क्षेत्र के बेसमेंट में चल रही कोचिंग क्लासेस, लाइब्रेरी और अन्य संस्थाओं की जांच की। इसमें कोचिंग, लाइब्रेरी व एक भोजन शाला को मिलाकर 14 संस्थाओं को सील कर दिया। अधिकांश जगह घटना होने पर विकट परिस्थिति बन सकती है। मुहिम के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर रोशन राय के मुताबिक शहर के सभी कोचिंग व लाइब्रेरियों की जांच की जाएगी।
ग्वालियर में 3 सेंटर सील
ग्वालियर कलेक्टर के आदेश के बाद निगम अमले ने शहर के लक्ष्मीबाई कॉलोनी में कॉमर्स वर्ल्ड क्लासेज, श्रीराम टॉवर में कोचिंग क्लासेज, एमजीडी ओऔतिकी कोचिंग को सील किया। वहीं, कैलारस कस्बे में 8 बेसमेंट दफ्तरों पर ताले लगाए गए, जबकि मुरैना में 326 बेसमेंट चिहिनत कर नोटिस जारी किए गए हैं।