कानपुर| वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास शनिवार तड़के पटरी से उतर गए। हालांकि, इस हादसे में जानमाल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है। उत्तर-मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि यह हादसा तड़के ढाई बजे हुआ। उन्होंने बताया कि साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे कानपुर और भीमसेन रेलवे स्टेशन के बीच पटरी से उतर गए। हालांकि, इस हादसे में किसी के मारे जाने या घायल होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
त्रिपाठी के मुताबिक, ड्राइवर से पूछताछ में पता चला है कि ट्रेन के इंजन से कोई बड़ा पत्थर आ टकराया, जिससे संभवतः यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि ट्रेन में इंजन के अगले हिस्से में जानवरों से बचाव के लिए लगा ‘कैटल गार्ड’ बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर मुड़ गया। रेलवे के अनुसार, हादसे की वजह से सात ट्रेन रद्द कर दी गई हैं, जबकि तीन के मार्ग में बदलाव किया गया है। त्रिपाठी ने बताया कि यात्रियों को बस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन भेजा गया है, जहां से उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा। उन्होंने कहा, “इसके अलावा, आठ डिब्बों वाली एक मेमू ट्रेन को कानपुर से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, ताकि यात्रियों को कानपुर लाकर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की जा सके।”
त्रिपाठी के अनुसार, इस हादसे की वजह से कानपुर-झांसी मार्ग पर ट्रेन परिचालन बाधित हुआ है, जिसे बहाल करने के लिए रेलवे के तकनीकी अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी-अमदावाद) का इंजन आज तड़के 2.35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराकर पटरी से उतर गया। तेजी से टकराने के निशान देखे गए हैं। साक्ष्य सुरक्षित हैं। आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस पर काम कर रहे हैं। यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है।” हादसे के बाद रेलवे ने यात्रियों और उनके परिजनों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
कानपुर में ट्रेन हादसे के पीछे आतंकी साजिश की आशंका, पहले भी हो चुका ऐसा हादसा
कानपुर। कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे डिरेल हो गए। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। हादसे के बाद ट्रेन में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे में किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। देर रात 2:35 मिनट पर हादसा हुआ है। वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ट्रेन पर इंजन पटरी पर रखी किसी भारी चीज से टकरा गया है। रेलवे ने ट्रैक की मरम्मत शुरू कर दी है। साबरमती एक्सप्रेस के डिरेल होने के पीछे आतंकी साजिश की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर आईबी, एटीएस, पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। बीते 2019 में रूमा के पास भी इसी तरह का हादसा हुआ था। एटीएस की टीमों रूमा हादसे को जोड़कर घटना की जांच कर रही है। कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे डिरेल हाे गए। किसी भी प्रकार का कोई हताहत नहीं हुआ है।
ऐसे हुआ था रूमा में ट्रेन हादसा
बीते 2019 में अप्रैल माह में कानपुर के रूमा स्टेशन से करीब 100 मीटर पहले प्रयागराज की तरफ से पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन का पहिया पटरी से उतर गया था। नई दिल्ली जा रही ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई थी। इससे 15 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और चार डिब्बे पलट गए थे। इसमें कोच बी-3 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे में घायलों की संख्या 100 से अधिक थी।