सीतारमण येचुरी की हालत हुई गंभीर, सांस लेने में हो रही दिक्कत, आईसीयू में हुए भर्ती

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नई दिल्ली| मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी की तबीयत गंभीर बनी हुई है। उन्हें सांस लेने में दिक्कत की शिकायत के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सीताराम येचुरी का इलाज एक डॉक्टरों की टीम द्वारा किया जा रहा है, जो उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। उनका स्वास्थ्य बहुत नाजुक है, और चिकित्सा दल पूरी कोशिश कर रहा है कि उनकी स्थिति में सुधार हो सके।

सांस लेने में दिक्कत के कारण आईसीयू में हुए शिफ्ट
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी इन दिनों अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है, और उन्हें सांस लेने में दिक्कत के कारण आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए है। येचुरी को हाल ही में दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीपीआई-एम द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 72 वर्षीय येचुरी की श्वांस नली में संक्रमण हो गया है, जिससे उन्हें सांस लेने में समस्याएं आ रही हैं। उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए उन्हें आईसीयू में रखा गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

इससे पहले, मोतियाबिंद की सर्जरी हुई थी
19 अगस्त को सीने में दर्द की शिकायत के बाद सीताराम येचुरी को एम्स में भर्ती कराया गया था। इससे पहले, उन्होंने मोतियाबिंद की सर्जरी कराई थी। यह सर्जरी उनकी दृष्टि को सुधारने के लिए की गई थी और इसके बाद उन्हें अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा।बता दें कि सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1962 को हुआ था। वे वर्तमान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति गंभीर है, और उन्हें हाल ही में सांस लेने में दिक्कत की वजह से आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

सीताराम येचुरी की शिक्षा और राजनीतिक करियर

सीताराम येचुरी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव और प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। उनकी शिक्षा और राजनीतिक यात्रा ने उन्हें वामपंथी राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।

शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमए।
राजनीतिक करियर : 1974 में, वे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े।
1975 में, वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआई-एम) में शामिल हुए।
1984 में, उन्हें सीपीआई-एम की केंद्रीय समिति में सदस्य बनाया गया।
2015 में, वे सीपीआई-एम के महासचिव बने और तब से इस पद पर बने हुए हैं।
2005 में, उन्हें पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुना गया।

सीताराम येचुरी वामपंथ के प्रमुख चेहरे के रूप में जाने जाते हैं और उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण है।

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