अमेरिका पहुंच राहुल हुए और आक्रामक, बीजेपी और आएसएस पर बोला ताबड़तोड़ हमला

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डलास| नेता विपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं और यहां आक्रामक तेवर के साथ बीजेपी और आएसएस पर हमला बोल रहे हैं। उनके बयानों की गूंज भारत में हो रही है और विपक्ष भी पलटवार कर रहा है। राहुल के तेवरों में बहुत आक्रामकता नजर आ रही है और वह कई मुद्दों पर पीएम मोदी, भाजपा और आरएसएस को निशाने पर ले रहे हैं। राहुल के इन बयानों पर देश में घमासान मचा हुआ है। राहुल गांधी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। शनिवार से शुरू हुई उनकी यात्रा का पहला पड़ाव डलास था और वह सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे। राहुल ने अब तक इस दौरे पर क्या-क्या कहा है, जानते हैं।

भारत के प्रधानमंत्री देश के संविधान पर हमला कर रहे हैं

राहुल गांधी ने टेक्सास के डलास में कहा, अमेरिका की तरह हमारा भी मानना है कि हर किसी को भागीदारी की अनुमति दी जानी चाहिए। हम मानते हैं कि हर किसी को सपने देखने का हक होना चाहिए और जाति, भाषा, धर्म, परंपरा, इतिहास की परवाह किए बगैर हर किसी को अवसर मिलना चाहिए। यही लड़ाई है। चुनाव में यह लड़ाई तब चरम पर पहुंच गयी जब भारत में लाखों लोगों को साफ समझ आ गया कि भारत के प्रधानमंत्री देश के संविधान पर हमला कर रहे हैं।

56 इंच का सीना अब इतिहास है

वर्जीनिया के हर्नडन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के लोगों के बीच राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने डर फैलाया। छोटे व्यवसायों पर एजेंसियों का दबाव डाला गया। सब कुछ सेकेंड में गायब हो गया, यह मेरे लिए दिलचस्प है। उन्होंने कहा, भाजपा के लोगों को यह डर फैलाने में सालों लग गए और कुछ सेकंड में सब गायब हो गया। राहुल गांधी ने आगे कहा, संसद में मैं प्रधानमंत्री को सामने से देखता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब अब खत्म हो गया है, यह सब अब इतिहास है।

मैं पीएम मोदी से नफरत नहीं करता..

वाशिंगटन डीसी के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत में राहुल ने कहा, मैं पीएम मोदी से नफरत नहीं करता, लेकिन उनके दृष्टिकोण से असहमत हूं। भाजपा और आरएसएस को भारत को अलग-अलग चीजों के समूह के रूप में देखने की गलतफहमी है। ‘मोहब्बत की दुकान’ नारे के संदर्भ में ने राहुल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से असहमत हैं, लेकिन उनसे नफरत नहीं करते हैं या उन्हें अपना दुश्मन नहीं मानते हैं। राहुल गांधी ने कहा, यह अधिक मजेदार है, आप राजनीति में जाते हैं, आप उस आदमी पर चिल्लाते हैं और वह आदमी आप पर चिल्लाता है, फिर आप उसे गाली देते हैं, फिर वह आपको गाली देता है। यह उबाऊ चीज है। आपको आश्चर्य होगा, लेकिन मैं वास्तव में श्री मोदी से नफरत नहीं करता। उनका अपना एक दृष्टिकोण है, ठीक है, मैं उनके दृष्टिकोण से सहमत नहीं हूं, लेकिन मैं उनसे नफरत नहीं करता हूं। कई मामलों में मैं उसके साथ सहानुभूति रखता हूं। मुझे नहीं लगता कि वह मेरे दुश्मन हैं। उनका दृष्टिकोण अलग है, वह जो कर रहे हैं उसके प्रति मेरी सहानुभूति और करुणा है।

निष्पक्ष चुनाव होते तो बीजेपी 246 के आसपास भी नहीं होती

लोकसभा चुनावों को नियंत्रित चुनाव करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो भाजपा 240 सीटों के करीब भी नहीं होती। जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे अभियान को इस तरह से संरचित किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में अपना काम कर सकें। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग वही कर रहा है जो भाजपा चाहती थी। राहुल ने कहा, मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव होने पर भाजपा 240 सीटों के करीब भी पहुंचती। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे। चुनाव आयोग ने वैसा ही किया जैसा भाजपा चाहती थी। पूरे चुनाव अभियान को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि मोदी देश भर में अपना काम आसानी से कर सकें। जिन राज्यों में वे कमजोर थे और जिन राज्यों में वे मजबूत थे, उन्हें अलग तरीके से डिजाइन किया गया था। इसलिए मैं कहता हूं कि चुनाव स्वतंत्र नहीं थे।

आरएसएस कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को कमतर मानता है

राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा कि भारत में राजनीति के लिए नहीं बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने सोमवार को वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है। लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है।

भारत राज्यों का एक संघ

राहुल ने कहा, भारत राज्यों का एक संघ है और संविधान में यह स्पष्ट तौर पर लिखा है। इंडिया अर्थात भारत राज्यों का एक संघ है। इसका मतलब है कि यह भाषाओं, परंपराओं, ऐतिहासिक चीजों आदि का संघ है। राहुल ने आरएसएस का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, वे कहते हैं कि यह (भारत) एक संघ नहीं है। ये अलग चीजें हैं। इन सबमें सिर्फ एक चीज बेहद महत्वपूर्ण है, जिसका मुख्यालय नागपुर में है।

निष्पक्षता होगी, तब हम आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेंगे

राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब भारत में आरक्षण के लिहाज से निष्पक्षता होगी और अभी ऐसा नहीं है। राहुल ने विश्वविद्यालय के छात्रों ने राहुल से आरक्षण को लेकर सवाल किया था और पूछा था कि यह कब तक जारी रहेगा। इस पर उन्होंने कहा, जब भारत में (आरक्षण के लिहाज से) निष्पक्षता होगी, तब हम आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेंगे। अभी भारत इसके लिए एक निष्पक्ष जगह नहीं है। राहुल ने कहा, जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं। दलितों को 100 रुपये में से पांच रुपये मिलते हैं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को भी लगभग इतने ही पैसे मिलते हैं। सचाई यह है कि उन्हें उचित भागीदारी नहीं मिल रही है।

समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर प्रस्ताव आने पर ही बात करेंगे

समान नागरिक संहिता के बारे में राहुल ने कहा कि वह इस पर तभी टिप्पणी करेंगे जब उन्हें पता चलेगा कि भारतीय जनता पार्टी का प्रस्ताव क्या है। उन्होंने कहा, भाजपा समान नागरिक संहिता का प्रस्ताव कर रही है। हमने इसे नहीं देखा है। हमें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। हमारे लिए इस पर टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है। जब वे इसे लाएंगे, तब हम इसे देखेंगे और इस पर टिप्पणी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन के सदस्यों में मतभेद हैं, लेकिन वे कई बातों पर सहमत भी हैं।

भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि महिलाएं घर पर रहें

राहुल ने कहा, भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि महिलाएं घर पर ही रहें। महिलाओं के प्रति भारतीय पुरुषों के रवैये में बदलाव की जरूरत है। राहुल ने कहा कि अगर महिलाएं कोई व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं तो उन्हें आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए और उनके साथ वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए, जैसा पुरुषों के साथ किया जाता है। कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा और आरएसएस का मानना है कि महिलाओं को एक खास भूमिका तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। उन्हें घर पर रहना चाहिए, उन्हें खाना बनाना चाहिए, उन्हें ज्यादा बात नहीं करनी चाहिए और हमारा मानना है कि महिलाओं को वह सब करना चाहिए जो वे करना चाहती हैं।

भारत में कौशल वाले लाखों लोगों को दरकिनार किया जा रहा

टेक्सास राज्य के डलास में राहुल ने कहा कि भारत में कौशल वाले लाखों लोगों को दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने महाभारत के एकलव्य की पौराणिक कथा का जिक्र भी किया जिसने अपने गुरु के कहने पर अपना अंगूठा काटकर उन्हें दे दिया था। राहुल ने कहा कि भारत में कौशल की कोई कमी नहीं है बल्कि वहां कौशल रखने वाले लोगों के लिए सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, क्या आपने एकलव्य की कहानी सुनी है? भारत में जो कुछ हो रहा है, अगर आप इसे समझना चाहते हैं तो यहां लाखों, करोड़ों एकलव्य की कहानियां आए दिन सामने आ रही हैं। कौशल वाले लोगों को दरकिनार किया जा रहा है, उन्हें काम करने या आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है और यह हर जगह हो रहा है।

‘कांग्रेस के शासन में 3,000 सिख मारे गए थे’, राहुल गाधी के पगड़ी वाले बयान पर हरदीप पुरी का पलटवार

नई दिल्ली| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अमेरिका में सिख समुदाय के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष विदेश में ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर बोलकर ‘खतरनाक विमर्श’ गढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल की टिप्पणी ‘भयावह’ है क्योंकि उन्होंने अपनी रोटियां सेकने के लिए विदेशों में रह रहे सिख समुदाय के सदस्यों के बीच झूठ फैलाने की कोशिश की। सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले भाजपा नेता ने कहा, ‘‘सिखों के पगड़ी और कड़ा पहनने के बारे में उनके द्वारा की गई टिप्पणी की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।

लोगों को घरों से निकाला और जिंदा जला डाला- हरदीप पुरी
कांग्रेस के शासनकाल में हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा, ‘‘हमारे इतिहास में अगर कोई समय रहा है जब एक समुदाय के रूप में हमने चिंता, असुरक्षा की भावना और अस्तित्व के खतरे को महसूस किया है तो यह ऐसा समय था जब राहुल गांधी का परिवार सत्ता में था।” उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ नरसंहार किया गया था। 3,000 निर्दोष लोग मारे गए। लोगों को घसीटकर उनके घरों से बाहर निकाला गया, उनके गले में टायर डालकर जिंदा जला दिया गया।”

क्या बोले राहुल गांधी?
वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा कि भारत में राजनीति के लिए नहीं बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है। लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है।” राहुल ने वहां पहली पंक्ति में दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा, ‘‘मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है।”

सिख को भारत में पगड़ी पहनने का अधिकार नहीं
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारा जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है।” राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। शनिवार से शुरू हुई उनकी यात्रा का पहला पड़ाव डलास था और वह सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे।

नए प्रकार का विमर्श गढ़ने की कोशिश- केंद्रीय मंत्री
कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए पुरी ने कहा कि राहुल गांधी हाल में संवेदनशील मुद्दों पर बयान देते रहे हैं, जिसमें राष्ट्रीय पहचान, एकता और विविधता शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह एक नए प्रकार का विमर्श गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो मुझे लगता है कि खतरनाक है।” पुरी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह कहीं अधिक भयावह है क्योंकि राहुल गांधी मेरे समुदाय के उन लोगों के सामने झूठी कहानी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं जो कड़ी मेहनत तथा ईमानदारी से अमेरिका में आजीविका कमाने की कोशिश कर रहे हैं।”

‘राहुल गांधी हार की हताशा में विदेशों में भारत को बदनाम कर रहे हैं’, शिवराज सिंह चौहान ने साधा निशाना

रांची। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अमेरिका में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधा और उन पर चुनावों में बार-बार हार की हताशा में विदेशों में भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया। भाजपा के झारखंड चुनाव प्रभारी चौहान इस महीने होने वाली पार्टी की प्रस्तावित परिवर्तन रैली के सिलसिले में एक बैठक में शामिल होने के लिए आज रांची पहुंचे। गांधी के कथित बयान को लेकर उन पर निशाना साधते हुए चौहान ने कहा, ‘‘केवल एक कुंठित व्यक्ति ही देश को बदनाम कर सकता है और विदेशों में इसकी छवि खराब कर सकता है। अब वह न केवल सरकार बल्कि निर्वाचन आयोग पर भी सवाल उठा रहे हैं।’’

उन्होंने यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपने ही देश की दूसरे देश में आलोचना करना देशभक्ति का काम नहीं हो सकता।’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं और यह जिम्मेदारी का पद होता है। चौहान ने कहा कि जब नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री थे तो अटल बिहारी वाजपेयी विपक्ष के नेता थे। उन्होंने कहा, ‘‘तब उन्होंने (वाजपेयी) कई मौकों पर विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। देश के बाहर कभी भी नेता प्रतिपक्ष के रूप में उन्होंने देश की छवि खराब करने की कोशिश नहीं की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह (राहुल गांधी) ऐसे नेता है जो कुंठाग्रस्त है। लगातार तीसरी बार पराजय के कारण उनके मन में भाजपा, संघ (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को लेकर अंध विरोध बैठ गया है और वह विरोध करते-करते देश का ही विरोध करने लगे हैं।’’ चौहान ने कहा कि लगातार हार के कारण राहुल निराश और हताश हैं और अपनी हताशा विदेश में निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देश के बाहर कांग्रेस और भाजपा नहीं होती। देश के अंदर हम मुद्दों पर लड़ सकते हैं लेकिन देश के बाहर केवल भारत होता है।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी जी लगातार देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और देश की छवि खराब करने की कोशिश देशद्रोह जैसी सीमा में आती है।’’ राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। शनिवार से शुरू हुई उनकी यात्रा का पहला पड़ाव डलास था और वह सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे। यहां के प्रतिष्ठित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया के एक उपनगर हर्नडॉन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के लिए सभी को समान अवसर उपलब्ध नहीं कराए गए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता हूं। मैं इसे काफी हद तक नियंत्रित चुनाव मानता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि अगर निष्पक्ष चुनाव होता तो भाजपा 240 सीटों के आसपास भी कहीं आती।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी के पास ‘‘भारी वित्तीय बढ़त’’ थी। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘निर्वाचन आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। पूरा प्रचार अभियान ऐसे बनाया गया कि मोदी जी देशभर में अपना एजेंडा चला सकें।’’

”भारत जब बेहत्तर स्थिति में होगा तो हम आरक्षण खत्म कर देंगे”, राहुल गांधी के इस बयान पर भड़कीं मायावती

लखनऊ| राहुल गांधी द्वारा आरक्षण को लेकर दिए गए बयान के बाद, बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों को एक जैसा बताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मायावती ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों में कोई खास अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और अब जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर सत्ता में आने के सपने देख रही है।

सत्ता में रहते हुए भी कांग्रेस ने आरक्षण लागू नहीं किया
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर एक बयान दिया, जिसे लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधा है। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा, “केंद्र में लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस सरकार ने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के आरक्षण को लागू नहीं किया। अब यह पार्टी जातीय जनगणना की आड़ में सत्ता में आने का सपना देख रही है। इस नाटक से सचेत रहना चाहिए, क्योंकि यह पार्टी कभी जातीय जनगणना नहीं कराएगी।”

आरक्षण खत्म करने का षडयंत्र कर रहीं कांग्रेस
मायावती ने आगे कहा, “कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के बयान से भी सतर्क रहना चाहिए। राहुल गांधी ने विदेश में कहा है कि जब भारत में स्थिति बेहतर होगी, तब हम SC (अनुसूचित जाति), ST (अनुसूचित जनजाति), और OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) का आरक्षण खत्म कर देंगे। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से आरक्षण को खत्म करने की साजिश में लगी है। इन वर्गों के लोग राहुल गांधी के इस घातक बयान से सावधान रहें। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो यह अपने इस बयान की आड़ में आरक्षण खत्म कर सकती है।”

कांग्रेस की आरक्षण विरोधी सोच
मायावती ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा, “कांग्रेस शुरू से ही आरक्षण के खिलाफ रही है। जब इनकी सरकार में आरक्षण कोटा पूरा नहीं किया गया, तब बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कानून मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लोग सतर्क रहें। जब तक जातिवाद जड़ से खत्म नहीं हो जाता, तब तक इन वर्गों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति में सुधार नहीं होगा। इसलिए जातिवाद समाप्त होने तक आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था जारी रहनी चाहिए।”

अमेरिका में बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अमेरिका में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत के दौरान आरक्षण के बारे में बयान दिया। उन्होंने कहा, “जब भारत में आरक्षण के लिहाज से निष्पक्षता होगी, तब हम आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेंगे। अभी भारत एक निष्पक्ष जगह नहीं है।” मायावती के अनुसार, यह बयान कांग्रेस के आरक्षण के प्रति पूर्वाग्रह को स्पष्ट करता है और इस पर उचित ध्यान देने की जरूरत है।

भाजपा की निंदा करने का मतलब भारत की निंदा करना नहीं है- कांग्रेस

नई दिल्ली| कांग्रेस ने अमेरिका में राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमले पर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि भाजपा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा भारत की निंदा नहीं है।

‘भाजपा कब से भारत हो गई…’- पवन खेड़ा
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल के रूप में जब कांग्रेस भारत में सरकार की आलोचना करती है, तो पूरी दुनिया सुनती है तथा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘कपड़ों से पहचानने’ की बात करते हैं और हिंदू-मुसलमान करते हैं, तब भी पूरा विश्व सुनता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा कबसे भारत हो गई कि भाजपा की निंदा करने का मतलब भारत की निंदा करना है। भाजपा या नरेन्द्र मोदी को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि उनकी निंदा करना भारत की निंदा करना है। यह (धारणा) गलत है।”
कांग्रेस सत्ता में आने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी: खेड़ा
खेड़ा ने कहा, ‘‘भारत के राष्ट्र निर्माताओं की निंदा जब ये (प्रधानमंत्री) करते हैं, तो किसकी निंदा करते हैं? उस समय हम इनकी नीतियों की निंदा करेंगे, सवाल उठाएंगे, हमारा काम है। इनको क्या आपत्ति है।” उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक बात चुनावों की निष्पक्षता की है, तो एक स्वतंत्र संस्था ने अपने आंकड़े रखे कि कैसे 79 लोकसभा सीट पर गड़बड़ हुई। अचानक वोट बढ़ जाता है, यह बात सबके सामने है।” खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम सवाल देश में पूछते हैं, तो तब भी पूरा विश्व सुनता है, जब प्रधानमंत्री अटपटी बातें करते हैं, जब मन की बात करते हैं, जब कपड़ों से पहचानने की बात करते हैं, जब हिंदू-मुसलमान कर रहे होते हैं, तब भी पूरा विश्व सुनता है।

क्या भाजपा को इतनी समझ नहीं है।” खेड़ा ने कहा कि भाजपा हिजाब का विरोध करती है और आज हिजाब की बात है, तो कल यह बात सिखों की पगड़ी तक पहुंच सकती है। भाजपा ने अमेरिका में सिख समुदाय के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष विदेश में ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर बोलकर ‘खतरनाक विमर्श’ गढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल की टिप्पणी ‘भयावह’ है, क्योंकि उन्होंने अपनी रोटियां सेकने के लिए विदेश में रह रहे सिख समुदाय के सदस्यों के बीच झूठ फैलाने की कोशिश की। सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले भाजपा नेता ने कहा, ‘‘सिखों के पगड़ी और कड़ा पहनने के बारे में उनके द्वारा की गई टिप्पणी की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।”

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