बेरूत, यरूशलेम| लेबनान में इजरायल के हमले थम नहीं रहे हैं. मंगलवार को एक फिर इजरायल ने लेबनान पर रॉकेट दागे. इस हमले में अब तक 558 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में 50 बच्चे और 94 महिलाएं शामिल हैं. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास आबियाद ने बताया कि इस दौरान 1,835 लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें देश के इर्द-गिर्द 54 अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. आबियाद ने बताया कि जिन लोगों की जान गई है. बता दें कि 2006 में इजरायल-हिज्बुल्ला युद्ध के बाद यह सबसे भीषण हमला है. इजरायल की सेना ने हिज्बुल्ला के खिलाफ अपने व्यापक हवाई हमले के तहत दक्षिणी एवं पूर्वी लेबनान के निवासियों को जगह खाली करने की चेतावनी दी थी. हजारों लेबनानी नागरिक दक्षिण से पलायन करने लगे और दक्षिणी बंदरगाह शहर सिडोन से गुजरने वाला मुख्य राजमार्ग बेरूत की ओर जाने वाली कारों से जाम हो गया.यह 2006 के बाद सबसे बड़ा पलायन था.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल के हमलों में अब तक 50 बच्चे और 94 महिलाएं सहित 558 लोग मारे गए और 1,835 लोग घायल हुए हैं. देश अभी पिछले सप्ताह हुए संचार उपकरणों पर घातक हमले से उबरा भी नहीं था कि तभी यह घातक हमला किया गया. इस हमले में मरने वालों की तादाद 2020 में बेरूत के विनाशकारी बंदरगाह विस्फोट से कहीं ज्यादा है, जब एक गोदाम में रखे सैकड़ों टन अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट हो गया था. इस घटना में कम से कम 218 लोग मारे गए थे और 6,000 से अधिक लोग घायल हुए थे.
नेतन्याहू ने दी चेतावनी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रिकॉर्ड किए गए संदेश में लेबनानी नागरिकों से इलाके को खाली करने के इजराइली संदेश के संदर्भ में कहा, ‘इस चेतावनी को गंभीरता से लें.’ नेतन्याहू ने कहा, ‘अब खतरे से दूर हो जाएं. हमारा अभियान खत्म हो जाने के बाद आप सुरक्षित रूप से अपने-अपने घरों में वापस जा सकते हैं.’ इजरायल के सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमारी सेना लेबनान की सीमा से हिज्बुल्लाह को खदेड़ने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेगी. हगारी ने दावा किया कि हवाई हमलों से हिज्बुल्लाह को भारी नुकसान पहुंचा है. हम युद्ध नहीं चाहते हैं. हम खतरों को खत्म करना चाहते हैं. हम इस मिशन को पूरा करने के लिए जो भी करना होगा, वह करेंगे. हमें उम्मीद है कि हम इसे जल्द से जल्द पूरा कर लेंगे. इजरायल ने 9,000 रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं.