भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे फेज में आड़े आ रहे 3 मकान हटाए, आजाद नगर के बीस मकान-दुकानें और हटेंगी

प्रादेशिक भोपाल मध्‍य प्रदेश

भोपाल| भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के ऑरेंज लाइन के दूसरे फेज में आड़े आ रहे तीन मकानों को शनिवार को हटा दिया गया। ये मकान पुल बोगदा में स्थित थे। इसके अलावा आजाद नगर में करीब 20 मकान और दुकानों को और हटाया जाएगा। इन्हें अगले 10 दिन में हटाने की योजना है।

दूसरे फेज में दो हिस्से में होगा काम
जानकारी के मुताबिक भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट का दूसरा फेज सुभाष नगर डिपो से करोंद तक कुल 8.77 किमी है। यह काम भी दो हिस्से में होगा। दोनों पर कुल 1540 करोड़ रुपए लागत आएगी। दोनों जगह मिट्टी की टेस्टिंग, डिजाइन समेत अन्य काम हो चुके हैं। बताते हैं अब अतिक्रमण हटाने पर सबसे ज्यादा फोकस है। ताकि, सिविल के काम तेज गति से शुरू हो सकें।

108 आरा मशीनें और फर्नीचर वाले भी हटेंगे
मेट्रो प्रोजेक्ट में बाधा बन रहीं पुल बोगदा के पास की 108 आरा मशीन और फर्नीचार के कामगारों को भी हटाया जाएगा। इन्हें रातीबड़ में बसाया जाएगा। वहां पानी, बिजली, सड़क जैसी अन्य सुविधाओं के लिए 6 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इन आरा मशीनों को भी जल्द हटाया जाएगा।

दो फेज में होगा यह काम पूरा, फर्स्ट फेज: 650 करोड़ में बनेंगे 6 स्टेशन

सुभाष नगर डिपो से करोंद तक कुल 8.77 किमी में से 5.38 किमी हिस्से में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें 650 करोड़ रुपए लागत आएगी। इस काम की शुरुआत हो चुकी है। पुराने शहर में बैरिकेडिंग भी कर दी गई है। कुछ दिन पहले मंत्री विश्वास सारंग ने रूट का निरीक्षण कर तेजी से काम करने को कहा था। वहीं, मेट्रो कॉर्पोरेशन के एमडी एस. कृष्ण चैतन्य ने भी निरीक्षण किया था।

साढ़े 3 साल में होगा काम पूरा
सुभाष नगर डिपो से करोंद तक का प्रोजेक्ट साढ़े 3 साल में पूरा करने का टारगेट है। इसी अवधि में स्टेशन और ट्रैक बिछाया का काम होगा। इस रूट पर 6 जगहों पर मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। जिनमें पुल बोगदा, ऐशबाग, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला, कृषि उपज मंडी और करोंद शामिल हैं।

सेकंड फेज : 3.39 किमी रूट अंडरग्राउंड
सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के प्रोजेक्ट में 8.77 किमी के रूट में 3.39 किलोमीटर रूट अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 मेट्रो स्टेशन भोपाल रेलवे स्टेशन और नादरा बस स्टैंड भी रहेंगे। इस काम पर 890 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

अंडरग्राउंड काम भी साढ़े तीन साल में पूरा होगा
काम शुरू होने के बाद साढ़े 3 साल में पूरा करने का टारगेट होगा। यह भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट का अकेला अंडरग्राउंड हिस्सा होगा।

यहां से गुजरेगी अंडरग्राउंड मेट्रो
मेट्रो की सुरंगें सिंधी कॉलोनी, ऐशबाग क्रॉसिंग से होती हुई भोपाल स्टेशन और नादरा बस स्टैंड को स्टेशनों के माध्यम से जोड़ेगी।

सुभाषनगर से एम्स के बीच ये काम चल रहे

सुभाषनगर से एम्स के बीच दो स्टील ब्रिज का काम अंतिम दौर में है। 4 सितंबर को 3 घंटे में रेलवे ट्रैक पर पिलर के ऊपर 65 मीटर लंबा और 400 टन वजनी ब्रिज का स्ट्रक्चर रख दिया गया। वहीं, दूसरे ब्रिज के लिए गर्डर की लॉन्चिंग हो गई। अब दूसरे स्टील ब्रिज का काम जारी है। 200 टन वजनी और 48 मीटर चौड़े ब्रिज को असेंबल किया जा रहा है। बताते हैं इस महीने में इस ब्रिज को भी पिलर पर रख देंगे। इसके बाद सड़क बनाई जाएगी। ताकि, पिछले 8 महीने से बंद आईएसबीटी-होशंगाबाद रोड को खोल दिया जाए।

यहां दो स्टील ब्रिज से गुजरेगी मेट्रो
बता दें कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास हबीबगंज नाके से डीआरएम स्टेशन के बीच 2 स्टील ब्रिज से होकर मेट्रो ट्रेन गुजरेगी। इसके लिए 8 महीने से काम चल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *