तेल अवीव। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान के हालिया हमले का जवाब देना इजरायल का अधिकार और कर्तव्य है और वह ऐसा करेगा। साथ ही नेतन्याहू ने ईरान के इस हमले को इतिहास के सबसे बड़े मिसाइल हमलों में से एक बताया है। नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ईरान ने इतिहास में सबसे बड़े बैलिस्टिक मिसाइल हमलों में से एक को अंजाम देते हुए हमारे क्षेत्र और हमारे शहरों पर दो बार सैकड़ों मिसाइलें दागीं। दुनिया का कोई भी देश अपने शहरों और नागरिकों पर इस तरह के हमले की अनुमति नहीं देगा और यह बात इज़रायल पर भी लागू होती है। हमारा कर्तव्य है कि हम देश का बचाव करें और इन हमलों का जवाब दें और हम ऐसा ही करेंगे। ईरानी मिसाइल हमले का जवाब देना इजरायल का अधिकार, खामेनेई की धमकी पर बोले बेंजामिन नेतन्याहू
नेतन्याहू का ये बयान ऐसे समय में आया जब शुक्रवार के ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने इजराइल को खुली धमकी दी थी। ईरान सुप्रीम लीडर खामेनेई ने शुक्रवार को दिए गए अपने भाषण में हिजबुल्लाह और हमास की सराहना की थी, साथ ही कहा था कि इजराइल इस लड़ाई में लंबा नहीं टिक पाएगा। अली खामेनेई ने हजारों की भीड़ से कहा कि अगर इजराइल नहीं रुकता है, तो हम दोबारा और ज्यादा ताकत से इजराइल पर हमला करेंगे।
इजरायल ने गाजा मस्जिद पर किया हमला, 18 लोगों की मौत…आई डी एफ का दावा- अंदर था हमास का कमांड सेंटर
गाजा| रविवार तड़के गाजा मस्जिद पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल-हमास जंग को एक साल पूरे हो रहे हैं। इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि उसने “हमास के आतंकवादियों पर सटीक हमला किया, जो डेर अल बलाह के क्षेत्र में ‘शुहादा अल-अक्सा’ मस्जिद के रूप में काम कर रही थी और इसके अंदर हमास का कमांड सेंटर और नियंत्रण केंद्र चल रहा था। अल-अक्सा शहीद अस्पताल ने एक बयान में बताया कि ‘देर अल-बला’ शहर में स्थित अस्पताल के समीप मस्जिद में शरण लेने वाले विस्थापित लोगों पर हमला किया गया।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ के एक पत्रकार ने अस्पताल के मुर्दाघर में शवों की गिनती की। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि सभी मृतक पुरुष थे। दो अन्य पुरुष गंभीर रूप से घायल हैं। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन ताजा हमलों से गाजा में फिलिस्तीनियों की मृतक संख्या अब 42,000 के करीब पहुंच गयी है। मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने आम नागरिक और आतंकवादी हैं, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। गाजा और इजरायल के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। उधर, हजारों इजरायली नागरिकों के मारे जाने और बंधक बनाए जाने के बाद से इजरायल ने हमास के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है।