भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से दुष्कर्म की शिकार नाबालिग किशोरियों के लिए की गई एक नई पहल को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार इस संवेदनशील मुद्दे को भी एक इवेंट में बदल रही है। पटवारी ने एक्स पोस्ट के माध्यम से कल देर रात कहा, ”सरकार बलात्कार जैसे संवेदनशील मुद्दे को भी एक इवेंट में बदल रही है। नाबालिगों से बलात्कार की रोकथाम के बजाय, यह सरकार बलात्कार प्रोत्साहन योजना की शुरुआत कर रही है। नाबालिग पीड़िताओं को बलात्कार के बाद मुआवजे के रूप में पैसे देना और उस पीड़ा का मज़ाक उड़ाते हुए इसे पेश करना, मैं इसका कड़ा विरोध करता हूँ।”
उन्होंने कहा कि पीड़िताओं के कल्याण के लिए सरकार को एक ठोस मंच तैयार करना चाहिए, जिसमें काउंसलिंग से लेकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने तक की नीति होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। सरकार के इस कदम से पीड़िताओं का अपमान होगा और समाज की चेतना को भी गहरा नुक़सान पहुंचेगा। प्रदेश मंत्रिपरिषद् की दो दिन पहले हुई बैठक में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िताओं और दुष्कर्म से जन्मे उनके बच्चों को लेकर एक नई पहल की गई है।
इसके तहत इस प्रकार जन्मे बच्चों को स्वास्थ्य सुविधाएं, पालन पोषण और अन्य प्रकार की आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी। योजना का उद्देश्य 18 वर्ष तक लैंगिक अपराध से पीड़ितों को पॉक्सो अधिनियम के अंतर्गत संरक्षण एवं भारत सरकार के निर्भया फण्ड से वितीय सहायता प्रदान करना एवं उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है। निर्भया फण्ड से प्रत्येक जिले को 10 लाख रूपये आवंटित किये जायेंगे। लैंगिक अपराध से पीड़ितों को सहायता के लिए जिले आवश्यकता के अनुसार राशि का उपयोग कर सकेंगे। राज्य में इसे लेकर ही अब राजनीति शुरु हो गई है।