श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले में शामिल एक आतंकवादी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें वह कश्मीरी पोशाक ‘फेरन’ पहने और हाथ में एके-राइफल लिए हुए नजर आ रहा है, लेकिन जांचकर्ताओं ने कहा है कि उन्हें अभी इस बात की पुष्टि होनी है कि यह आतंकवादी 20 अक्टूबर को हुए हमले में शामिल था या नहीं। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर जिले में रविवार को सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों के हमले में एक चिकित्सक और 6 मजदू रों की मौत हो गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी को एक झोपड़ी में प्रवेश करते हुए देखा गया है। उन्होंने क हा कि माना जा रहा है कि यह वही झोपड़ी है जो गगनगीर सुरंग निर्माण स्थल के पास मौजूद है। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा अधि कारी विभिन्न पहलुओं के आधारों पर फुटेज की प्रामाणिकता का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सीसी टीवी फुटेज के ऊपर दाहिने कोने में ‘27 जनवरी’ अंकित है, हालांकि यह सेटिंग या तकनीकी समस्या के कारण हो सकता है।
उन्होंने बताया कि आतंकवादी के हाथ में जो राइफल दिख रही है, उसके अगले सिरे पर नीले रंग का निशान है। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने पीर पंजाल क्षेत्र में सुरक्षाबलों पर किए गए हमलों में इस तरह की राइफल का इस्तेमाल किया था। पीर पं जाल गगनगीर से लगभग 200 किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी में दिखे आतंकवादी ने अपना चेहरा नहीं ढका हुआ है जबकि हमले के प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि हमलावरों ने अपना चेहरा ढक रखा था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधि कारी ने कहा कि अब तक एकत्र किये गये साक्ष्यों के बारे में टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि इससे मामले की जांच प्रभावित हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने प्रवासी मजदूर को मारी गोली, एक हफ्ते में मजदूरों पर हमले का यह तीसरा मामला
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में बृहस्पतिवार सुबह आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मार दी, जिसमें वह घायल हो गया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले शुभम कुमार को बटागुंड गांव में आतंकवादियों ने गोली मार दी। कुमार को गोली हाथ में लगी थी। उन्होंने बताया कि कुमार को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पिछले एक हफ्ते में कश्मीर में प्रवासी मजदूरों पर हमले का यह तीसरा मामला है। रविवार को गांदरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर हुए आतंकी हमले में छह प्रवासी मजदूरों और एक स्थानीय चिकित्सक की मौत हो गई थी, जबकि 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।