पालघर| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बैग बुधवार को पालघर के कोलवाडे पुलिस परेड ग्राउंड में हेलीपैड पर चैक किया गया। पालघर हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री के बैग की जांच की गई। बता दें कि बीते दिनों जब चुनाव आयोग के अधिकारियों ने यवतमाल जिले के वानी हेलीपैड पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बैग की जांच की थी, तो वो भड़क गए थे। उन्होंने कर्मचारियों पर सवाल उठाते हुए वीडियो बना लिया था। शिंदे ने अधिकारी से कहा- कपड़े हैं.. अधिकारी ने हां में सिर हिलाया। इसके बाद शिंदे ने कहा- कपड़े हैं, यूरिन पॉट बगैरह नहीं है। शिंदे का यह कमेंट उद्धव के बयान पर तंज माना जा रहा था। दरअसल, 11 और 12 नवंबर को हैलिपेड पर 2 बार उद्धव ठाकरे के भी सामान की जांच हुई थी। तब उद्धव ने इसका वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह कहते नजर आ रहे थे- मेरा बैग चेक कर लीजिए। चाहे तो मेरा यूरिन पॉट भी चेक कर लीजिए, लेकिन अब मुझे मोदी के बैग चेक करते हुए भी आप लोगों का वीडियो चाहिए। वहां आप अपनी पूंछ मत झुका देना। इस दौरान, उन्होंने अधिकारियों से सवालिया लहजे में कहा था कि क्या कभी उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के बैग की तलाशी ली। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों से सवाल किया था कि क्या वो प्रचार के लिए महाराष्ट्र आने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बैग की जांच करेंगे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो जरा सत्तापक्ष के नेताओं के बैग की जांच करें और उसका वीडियो बनाएं, तो मुझे बात भी समझ में आएगी। वहीं, उद्धव ठाकरे का बैग चैक किए जाने को लेकर हुए विवाद के एक दिन बाद भाजपा ने महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का वीडियो साझा किया था, जिसमें देखा जा रहा था कि अधिकारी उनके बैग की तलाशी ले रहे हैं। भाजपा ने इस वीडियो को साझा कर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था और कहा था कि कुछ नेताओं को दिखावा करने की आदत होती है। उद्धव ठाकरे भी ऐसे ही नेताओं की फेहरिस्त में शुमार हैं। पार्टी ने कहा कि आप लोग देख सकते हैं कि किस तरह से अपना सामान चेक किए जाने पर जहां उद्धव ठाकरे ने हंगामा खड़ा कर दिया। महाराष्ट्र की राजनीति में बैग जांच को लेकर छिड़े विवाद पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी। उन्होंने कहा था कि हमें बैग जांच करने से कोई समस्या नहीं है। लेकिन, हमारा यह कहना है कि जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। बता दें कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान संपन्न होने हैं और नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी।