भोपाल| मध्य प्रदेश सरकार बंद हो चुकी लोक परिवहन सेवा को फिर से बहाल करने जा रही है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द सरकारी बसें सड़कों पर दौडऩे लगेंगी। फिर गांव से शहर आने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं, बल्कि सरकारी बसें मिलेंगी। अगली बार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हो या दूसरे कार्यक्रम, इन्हीं सरकारी बसों से आइए। आदिवासियों के आराध्य बिरसा मुंडा की जयंती पर शुक्रवार को धार में हुए राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सार्वजनिक मंच से यह ऐलान किया। प्रदेश में बंद हो चुकी लोक परिवहन सेवा को बहाल करने के लिए मुहिम चलाई थी। इसमें कई निजी ऑपरेटरों की मनमानियों से पैदा होने वाली समस्याओं और आम लोगों की मुश्किलों को सरकार के सामने मजबूती से रखा था।
आदिवासी बाहुल्य जिले से शुरुआत
मुख्यमंत्री का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों से लोक आमतौर पर ऐसे कार्यक्रमों में ट्रैक्टर ट्रॉली से आते हैं, अगली बार इसकी जरूरत नहीं आने देंगे। जिलों में सड़क परिवहन निगम की बसों को शुरू करने जा रहे हैं। यह भी कहा कि आप चिंता न करें, सरकार जल्द ही आदिवासी बाहुल्य जिलों से इसकी शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री के साथ मंच राज्यपाल मंगु भाई पटेल और जनजातीय कल्याण मंत्री विजय शाह मौजूद थे।
पीएम मोदी ने किया वर्च्युअली लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गौरव दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के दो जनजातीय संग्रहालयों का वर्चुअली लोकार्पण किया।इनमें छिंदवाड़ा के बादल भोई और जबलपुर के राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह संग्रहालय शामिल हैं। इन्हें केंद्र व राज्य ने नए सिरे से विकसित किया है। इनमें जनजातीय नायकों के संघर्ष और वीरता की कहानी है।
शादी के पूर्व सिकलसेल कार्ड का मिलान जरूर करें
राज्यपाल राज्यपाल मंगु भाई पटेल पटेल ने भी कार्यक्रमों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, सिकल सेल उन्मूलन मिशन का संकल्प मध्य प्रदेश की धरती से लिया जाना प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रदेश में अब तक 82 लाख लोगों की सिकलसेल स्क्रीनिंग हुई है। सिकलसेल से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय, जागरूकता ही है। शादी के पहले युवक-युवतियों के सिकल सेल कार्ड का मिलान जरूर करें। गर्भधारण के दौरान और जन्म के बाद भी बच्चे के सिकल सेल की जांच कराएं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा
– प्रधानमंत्री ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को देश के सामने लाने का अभियान चलाया है। उन्होंने बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय मध्यप्रदेश में ही लिया।
– टंट्या मामा मालवा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। खरगोन में विवि का नाम उनके नाम पर रखा। राजभवन में जनजातीय प्रकोष्ठ के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं।
शहडोल को बाणसागर का पानी, लालपुर में स्थायी हेलीपेड
सीएम मुख्यमंत्री ने शहडोल में कहा कि बाणसागर बांध का पानी शहडोल को भी मिलेगा। सिंचाई और पीने के पानी के लिए इसका उपयोग होगा। उन्होंने लालपुर हवाई पटटी में स्थायी हेलीपेड बनाने की घोषणा की। बोले- मुख्यमंत्री आए और सौगात न मिले, ऐसा नहीं हो सकता है, जो मांगोगे मिलेगा। उन्होंने जननायक बिरसा मुंडा का जिक्र करते हुए कहा, उनका जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शन है। उन्होंने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ जनजातीय समाज को खड़ा किया और लड़ाई लड़ी।