अकोला| सोशल मीडिया में पोस्ट को लेकर महाराष्ट्र के अकोला में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इस हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई। दो पुलिसकर्मी सहित आठ लोग घायल हो गए। इसके बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। पत्थरबाजी और आगजनी को लेकर 30 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स को बुलाया गया है।
अकोला के एसपी संदीप घुघे ने बताया कि मामूली बात को लेकर ओल्ड सिटी इलाके में दो समुदाय के बीच पत्थरबाजी और आगजनी हुई थी। कई वाहनों में उपद्रवियों ने आग दिए। कुछ लोगों ने थाने का घेराव करने की भी कोशिश की। फिलहाल हालात काबू में है। एसपी घुघे ने बताया कि पत्थरबाजी में 8 लोग घायल हुए हैं, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। रविवार को एक व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने अब तक 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। अकोला कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने बताया कि शहर में धारा 144 लगा दी गई है। दूसरों जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई है। हिंसक घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने शांति समिति की बैठक की।
इसमें सभी धर्मों और समुदायों के प्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के नेता और समाजसेवी शामिल हुए। पुलिस ने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना को लेकर डीजीपी और अकोला के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। इससे पहले 29 मार्च को भी छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था। वाहनों में आग भी लगा दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया था। हमले में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हुए थे। इसके एक दिन बाद किराडपुर से लगे इलाके में पत्थरबाजी हुई थी। पुलिस जब हालात पर काबू पाने के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी थी।