नई दिल्ली : एक जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर में उपद्रवियों ने 144 हथियार सरेंडर किए हैं। राज्य के पांच जिलों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। ज्यादातर जिलों में स्थिति सामान्य है। 29 मई से चार दिन के मणिपुर दौरे पर गए अमित शाह ने वहां के लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही थी। उन्होंने पुलिस के सामने हथियार सरेंडर करने के लिए कहा था। मणिपुर पुलिस ने (जानकारी देते हुए कहा कि उपद्रवियों ने जो हथियार सरेंडर किए हैं, उनमें एसएलआर 29, कार्बाइन, एकके, इंसास राइफल, इंसास एलएमजी, एम16 जैसी हाईटेक राइफल्स और ग्रेनेड शामिल हैं। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में शांति व्यवस्था कायम है।
बता दें कि राज्य में 3 मई को हिंसा भड़की थी। इसके बाद सुरक्षाबलों के करीब दो हजार हथियार लूटे गए थे। राजधानी इंफाल से लगे सेरौ और सुगनू इलाके में रविवार को हिंसक झड़प हुईं। इसमें एक पुलिसकर्मी समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 घायल हुए हैं। राज्य में हिंसा के चलते अब तक करीब 98 लोगों की जान गई है, वहीं 310 लोग घायल हुए हैं। महीने भर बाद भी जब राज्य में हिंसा नहीं थमी तो गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को चार दिन के दौरे पर मणिपुर पहुंचे।
एक जून को शाह ने कहा कि 2 जून से सर्च ऑपरेशन शुरू होगा। अगर किसी के पास हथियार मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके 24 घंटे बाद ही इतनी बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने सरेंडर किया है। उधर, राज्य के 5 जिलों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। 3 मई से जारी हिंसा के बीच गृह मंत्री अमित शाह पहली बार राज्य के दौरे पर गए थे। उनके साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और इंटेलिजेंस ब्यूरो के चीफ तपन डेका भी मौजूद थे। शाह ने चार दिन के दौरे में कई फैसले लिए। इनमें राज्य के डीजीपी को हटाना सबसे बड़ा फैसला था।