भोपाल का मास्टर प्लान : 18 साल बाद भोपाल के Master Plan का ड्राफ्ट हुआ एक बार फिर जारी

प्रादेशिक मध्‍य प्रदेश

चुनाव के ऐन वक्त पर फिर से प्रदेश सरकार ने भोपाल के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जारी कर दिया है। जिसमें फरवरी 2022 को ली गईं 1732 आपत्तियों के निराकरण किया गया है। इन आपत्तियों के आधार पर 39 बड़े बदलाव किए गए हैं, जिसके आधार पर भोपाल के बड़े तालाब और कैचमेंट एरिया को खेती के लिए रिवर्ज किया गया है।

Bhopal : चुनाव के ऐन वक्त पर फिर से प्रदेश सरकार ने भोपाल के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जारी कर दिया है। जिसमें फरवरी 2022 को ली गईं 1732 आपत्तियों के निराकरण किया गया है। इन आपत्तियों के आधार पर 39 बड़े बदलाव किए गए हैं, जिसके आधार पर भोपाल के बड़े तालाब और कैचमेंट एरिया को खेती के लिए रिवर्ज किया गया है।इस क्षेत्र में प्लॉट के सिर्फ दस फीसदी क्षेत्र में ही निर्माण की परमिशन दी जाएगी। कलियासोत-केरवा डेम के आसपास के क्षेत्र, जहां टाइगर मूवमेंट और घना वन क्षेत्र है, उस इलाके में निर्माण पर रोक लगी रहेगी। यानी कि इसे ग्रीन बेल्ट के दायरे में रखा गया है। वहीं, 400 हेक्टेयर जमीन भी वन विभाग को दी गई है, जिससे भविष्य में सरकारी भवन भी यहां न बन सके। सतगढ़ी में स्पोर्ट्स सिटी बनाने का प्रस्ताव है। कुछ इलाकों में सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर बीच का रास्ता निकाला गया है, जिससे दोबारा से इसे लेकर आपत्ति न आए।जारी मसौदे पर दावे-आपत्तियों के लिए 30 दिन का समय दिया गया है। करीब 12 बड़े बदलाव के साथ प्लान तैयार किया गया है। इसमें बड़ा तालाब के संरक्षण, केरवा डैम के जलभराव क्षेत्र समेत शहर की सड़कों की चौड़ाई पर विशेष फोकस किया गया है।

ड्राफ्ट तैयार किया

भोपाल का आखिरी मास्टर प्लान 1995 में जारी किया गया था, जो 2005 में समाप्त हो गया था। हालांकि, बीच में तीन बार मास्टर प्लान को लेकर कवायदें होती रहीं। 2021 में तो इसे लेकर दावे-आपत्ति भी बुलाए गए थे। इसमें कई बड़े संशोधन किए जाने थे। बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया, टाइगर मूवमेंट एरिया, सड़कों आदि को लेकर यह संशोधन थे। इसके चलते यह ड्राफ्ट जारी नहीं हो सका था। पिछली बार 2021 में ड्राफ्ट जारी होने के बाद दावे-आपत्तियां मंगाए गए थे। इसमें ग्रुप यानी समूह में सैकड़ों आपत्तियां आई थीं। अकेले अवधपुरी की एक सड़क को लेकर ही 250 से ज्यादा आपत्तियां आई थीं। इन आपत्तियों को दूर करने पर खासा फोकस रहा। आपत्तियों और सुझावों पर काम करने के बाद ही भोपाल मास्टर प्लान का यह ड्राफ्ट तैयार किया गया है।

यह होंगे बड़े बदलाव

टाइगर मूवमेंट और वनक्षेत्र इलाकों पर नजर। ग्राम मेंडोरा, मेंडोरी, चीचली, खुशालपुरा, महुआखेड़ा, बरखेड़ी, बाज्याफत, रातीबड़, बरखेड़ीखुर्द, भानपुर, केकड़िया, चंदनपुरा, छावनी, खुदागंज, बरखेड़ा नाथू, गौरा में मार्ग को लेकर प्रस्ताव है। इसमें कुछ बदलाव हंै, क्योंकि कलियासोत-केरवा डैम के पास ग्राम रातापानी से ग्राम मेंडोरा-चंदनपुरा तक वन क्षेत्र फैला है। इस क्षेत्र में बाघों की उपस्थिति होने के कारण यह संवेदनशील क्षेत्र है। बाघों के संरक्षण, वन, ग्रीन बेल्ट आदि को ध्यान में रखते हुए यहां पर निर्माण पर रोक लगाई गई है। यहां की करीब 400 हेक्टेयर जमीन वन विभाग को दे दी गई है। इससे यहां सरकारी बिल्डिंग भी नहीं बन सकेगी। प्राइवेट निर्माण पर भी रोक रहेगी। मेट्रो के दोनों ओर के 500-500 मीटर के क्षेत्र में ज्यादा निर्माण का प्रस्ताव था। इसे हटाकर सिर्फ 100 मीटर का क्षेत्र रखा गया है। जहां पर ज्यादा निर्माण हो सकेगा। हालांकि, इसे लेकर कुछ सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा।

ग्राम खजूरीकलां में अवधपुरी से रायसेन रोड तक 60 मीटर रोड पहले प्रस्तावित थी। लोगों ने इसे लेकर कई आपत्तियां दी थीं। करीब 250 आपत्तियां और सुझाव आए थे। ऐसे में सरकार ने बीच का रास्ता निकाला और रोड की चौड़ाई 30 मीटर रखने का प्रस्ताव रखा है।सूखी सेवनियां रेलवे स्टेशन के दोनों ओर 24.0 मीटर चौड़ी सड़क प्रस्तावित की गई है।मिसरोद से नर्मदापुरम की ओर जाने वाली रेलवे लाइन व प्रस्तावित मार्ग की जमीन को परिवहन उपयोग जोन के तहत प्रस्तावित की गई थी।रेलवे सीमा से 30 मीटर तक किसी प्रकार का निर्माण रेलवे की अनापत्ति के बिना नहीं किया जाता है। प्रस्तावित मार्ग व रेलवे बाउंड्री के मध्य की जमीन को सामान्य कृषि क्षेत्र उपयोग जाने के तहत प्रस्तावित है।

मंत्रालय व कलेक्ट्रेट में कर सकेंगे अवलोकन

नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने भोपाल विकास योजना (प्रारूप)-2031 का प्रकाशन 2 जून को कर दिया है। आम लोग इसका अवलोकन 30 दिन तक अवर सचिव नगरीय विकास एवं आवास विभाग कक्ष क्रमांक 227 वीबी-2 द्वितीय तल मंत्रालय, आयुक्त भोपाल संभाग, कलेक्टर भोपाल, आयुक्त ननि भोपाल और संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश जिला कार्यालय भोपाल में कार्य दिवसों में कार्यालयीन समय पर किया जा सकता है। भोपाल विकास योजना (प्रारूप)-2031 में प्रस्तावित संशोधनों के संबंध में यदि किसी व्यक्ति को कोई आपत्ति या सुझाव देना हो, तो वह संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश जिला कार्यालय भोपाल को कार्यालयीन समय में मप्र राजपत्र में प्रकाशित होने की दिनांक 2 जून से 30 दिन के भीतर लिखित में प्रस्तुत कर सकेगा। बाद में राज्य शासन इन पर विचार कर लागू करेगी।

सड़क की चौड़ाई 12 से बढ़ाकर 18 मीटर होगी

नए मसौदे में रिहायशी इलाकों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को देखते हुए सड़क की चौड़ाई 12 मीटर से 18 मीटर करने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि भीड़-भाड़, प्रदूषण, पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने सड़कों की चौड़ाई बढ़ाना जरूरी है। संभावना है ऐसे रिहायशी क्षेत्र जहां व्यावसायिक गतिविधियां चल रही है,ं वहां दोनों ओर तीन तीन मीटर सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी।

तालाब किनारे नहीं बनेगी सड़क, निर्माण पर रहेगी रोक

मास्टर प्लॉन में बड़े तालाब को बचाने के लिए कई बदलाव किए गए हैं। जिसके तहत बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया को संरक्षित करने के चलते सड़क या अन्य निर्माण नहीं होगा। इसके पहले यहां निर्माण की परमिशन दी गई थी। तालाब किनारे सड़क बनाने पर भी रोक लगाई गई है। आम लोग शनिवार से 30 दिनों में टीएंडसीपी कार्यालय में जाकर मास्टर प्लान पर अपनी आपत्ति पेश कर सकेंगे। प्लान के तहत शहर के पूर्वी ओर बायपास मार्ग के समानांतर 60 मीटर चौड़ी सड़क प्रस्तावित है। जिसकी चौड़ाई 30 मीटर हो जाएगी। ग्राम लाऊखेड़ी में जी-5 उपयोग जोन का प्रस्ताव था। इस पर आपत्ति-सुझावों के संबंध में बड़ा तालाब की ओर मिलने वाले नाले और अन्य पर्यावरणीय संवेदनशील क्षेत्र को नगर वन उपयोग जोन में दर्शाया गया है।

यह भी हुए बदलाव

ग्राम बावड़िया कलां और बंजारी के लिए 24 मीटर चौड़े मार्ग का प्रस्ताव। ….कोलार रोड से कान्हाकुंज क्षेत्र में 18 मीटर चौड़े नए रोड का प्रस्ताव। ….. ग्राम अमरावद खुर्द में नक्शे के हिसाब से 24 मीटर चौड़े मार्ग का प्रस्ताव। …..ग्राम सनखेड़ी, सलैया, हिनोतिया, भैंरोपुर, सतगढ़ी, अरहेड़ी, हताईखेड़ा, खजूरीकलां, अहमदपुर कलां, बाग सेवनियां, नरेला शंकरी, मिसरोद, कोलुआ खुर्द, बिलखिरिया पर सड़कों के चौड़ीकरण के प्रस्ताव। ……जमुनिया झीर से भौंरी, बरखेड़ा बोंदर, बदरखा सड़क, चंदूखेड़ी, कुराना, प्रेमपुरा, चांदपुर, परवलिया सानी से जगदीशपुर होकर 30 मीटर चौड़ी सड़क प्रस्तावित की गई है।

…..बायपास भी प्रस्तावित। …..नीलबड़, बरखेड़ा नाथू, मुगालिया छाप, लखपुरा, ईंटखेड़ी, खजूरी सड़क,भोपाल-इंदौर 45 के स्थान पर 18 मीटर मार्ग प्रस्तावित। …..ग्राम टीलाखेड़ी, जाटखेड़ी, कोड़िया, मुगालिया छाप तक 24 मीटर के स्थान पर 7.60 मीटर चौड़ी सड़क बनेगी। …..अरेरा कॉलोनी, चूना भट्टी, विजयनगर के लिए भी विशेष मापदंड। ……प्लान में मेट्रो टीओडी व्यावसायिक कॉरिडोर बनाने पर फोकस।

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