लखनऊ| देश में इमरजेंसी के 48 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पत्रिका ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर से की है। आरएसएस का मुखपत्र पाञ्चजन्य के कवर पेज पर इंदिरा गांधी और हिटलर की फोटो लगी है। हैडिंग है हिटलर गांधी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ट्वीट आपातकाल का विरोध करने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि एक परिवार देश पर आपातकाल का कलंक थोपा है। बता दें कि आज ही के दिन 25 जून 1975 को तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाई थी।
इसी के विरोध में आरएसएस की पत्रिका पाञ्चजन्य के नए अंक के कवर पेज पर इंदिरा गांधी और हिटलर की फोटो एक साथ लगाई गई है। पाञ्चजन्य पत्रिका ने लिखा है कि हिटलर के जघन्य अपराधों को नकारने अथवा भुलाने पर यूरोप में कई जगह कानूनी पाबंदी है। यह उनके लिए अस्तित्व रक्षा का प्रश्न है। यही स्थिति भारत में इंदिरा गांधी के लगाए आपातकाल की है, जिसे भुलाना लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए, याद करें 25 जून 1975 की काली रात से शुरू हुई वह दास्तान…।
पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर लिखा है कि इमरजेंसी हमारे इतिहास में एक कभी न भुलाए जाने वाला समय है, जो हमारे उन संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है जिन पर हमें गर्व है। मैं उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने आपात काल का विरोध किया और हमारी लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा है कि 25 जून 1975 को एक परिवार ने अपने तानाशाही प्रवृत्ति के कारण देश के महान लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल जैसा कलंक थोपा था। जिसकी निर्दयता ने सैकड़ों वर्षों के विदेशी शासन के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसे कठिन समय में असीम यातनाएं सहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले सभी राष्ट्र भक्तों को नमन करता हूं। भाजपा ने इमरजेंसी को लेकर अपने ट्विटर हैंडल पर 13 पोस्ट किए हैं। इनमें 4 वीडियो भी शामिल हैं। भाजपा ने इमरजेंसी को लेकर लिखा है कि आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय। कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर देश की आत्मा को कुचलने का काम किया। आपातकाल लगा कर सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाने वालों को जनता माफ नहीं करेगी।