जम्मू में दहाड़े रक्षामंत्री राजनाथ, बोले जरूरत पड़ी तो सीमा के उस पार भी मार सकते हैं, अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा और कद बढ़ा

जम्मू-कश्मीर देश राष्ट्रीय

जम्मू : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पुलवामा घटना के वक्‍त मैं गृहमंत्री था। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक हुई। पीएम मोदी ने 10 मिनट में स्‍ट्राइक का फैसला ले लिया था। इसके बाद हमारे जवानों ने सीमा के उस पार जाकर आतंकवादियों का सफाया किया था। यह पीएम की इच्‍छाशक्ति थी। उसकी सराहना करता हूं। रक्षामंत्री राजनाथ सोमवार को जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में शामिल हुए।राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब ताकतवर बनता जा रहा है। भारत सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो सीमा के उस पार भी मार सकता है। भारत ने दुनिया को ये मैसेज दिया कि भारत अब पहले जैसा भारत नहीं रहा

राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार बनी थी तो भारत दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में 10-11वें स्थान पर था। लेकिन नौ साल में हम पांचवें पायदान पर आ गए हैं।उन्‍होंने कहा कि मॉर्गन स्टेनली नाम की एक फाइनेंशियल फर्म भारत को कमजोर अर्थव्यवस्था मानती थी। 2013 में इस फर्म ने फ्रजाइल फाइव यानी लड़खड़ाती हुई कमजोर अर्थव्यवस्था वाले पांच देशों की सूची जारी की थी। इनमें ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत का भी नाम था। अब मॉर्गन स्टेनली फर्म कहती है कि 2027 तक भारत टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो सकता है।अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय मुसलमानों के अधिकारों को लेकर की गई टिप्‍पणी पर राजनाथ ने कहा कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जो विश्व में रहने वाले सभी लोगों को परिवार का सदस्य मानता है। उनको अपने बारे में भी सोचना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किए हैं।

उन्‍होंने कहा कि नौ साल में अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा और भारत का कद बढ़ा है। आज हमारे प्रधानमंत्री को ऑस्ट्रेलिया का प्रधानमंत्री बॉस कह कर बुलाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन उनका ऑटोग्राफ लेना चाहते हैं। पापुआ न्यू गिनी के राष्ट्रपति उनके पैर छू कर आशीर्वाद लेते हैं। पैर छूना कोई छोटी बात नहीं है। ये केवल प्रधानमंत्री का सम्मान नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत और भारतवासियों का सम्मान है। राजनाथ ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत कुछ बोलता है तो सारी दुनिया कान खोलकर सुनती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *