संजय पूरन सिंह चौहान के डायरेक्शन में बनी फिल्म फिल्म 72 हूरें का ट्रेलर बुधवार को रिलीज हो गया है। फिल्म के डिस्क्लेमर में साफ लिखा है कि ये सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म है। फिल्म अपने टीजर रिलीज से ही विवाद में घिर गई। इसके बाद 72 हूरें के ट्रेलर रिलीज की बात आई तो सेंसर बोर्ड ने भी मेकर्स को परेशान कर दिया। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने 72 हूरें को अपना सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया।
72 हूरें फिल्म को लेकर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के फैसले ने हैरान कर दिया। सबसे दिलचस्प बात ये है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म को पास कर दिया है। इसके साथ ही फिल्म को थिएटर्स में स्क्रीनिंग की अनुमति दे दी गई। वहीं, जब ट्रेलर की बात आई तो सेंसर बोर्ड ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया। सेंसर बोर्ड के इस फैसले ने फिल्म जगत को हैरत में डाल दिया है, जिसके बाद क्रिएटिव फ्रीडम और सेंसरशिप को लेकर बहस छिड़ गई है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड किसी भी फिल्म को पास करने से पहले ये सुनिश्चित करता है कि फिल्म दर्शकों की भावनाओं को आहत न करें।
सेंसर बोर्ड ने इसके लिए कुछ गाइडलाइन्स और दिशानिर्देश तय किए है, जिसका पालन हर फिल्म को करना पड़ता है। 72 हूरें को लेकर सेंसर बोर्ड के इस रवैये ने हर किसी को हैरत में डाल दिया है, क्योंकि जो फिल्म में है वो ही ट्रेलर में भी होता है। 72 हूरें के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे कट्टरपंथियों के बहकावें में आकर युवा अपने आप को सुसाइड बॉम्बर बना देते हैं। ट्रेलर में ये भी दिखाया गया है कि कैसे एक आतंकवादी 72 हूरों की लालच देकर लोगों को बहकाता है।
जानकारी के मुताबिक ये फिल्म 2021 की है। इसे सरकार की तरफ से नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है। फिल्म के प्रोड्यूसर अशोक पंडित ने कहा कि उनकी इस फिल्म के लिए तालियां बजी थीं। सरकार ने फिल्म को सराहा भी था, लेकिन इस वक्त फिल्म की रिलीज में अड़चन देखने को मिल रही है। इस फिल्म को दो बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुके फिल्ममेकर संजय पूरन सिंह चौहान ने डायरेक्ट किया है। यह 7 जुलाई को थिएटर्स में रिलीज होगी। इसे अशोक पंडित ने प्रोड्यूस किया है।