भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 28 जून की रात दिल दहला देने वाला हादसा हो गया. कृषि विभाग के इंजीनियर के घर आग लग गई. परिवार को बचाने और आग बुझाने गए इंजीनियर घर में ही जिंदा जल गए. जिस वक्त आग लगी उस वक्त घर में इंजीनियर की पत्नी और बेटा मौजूद थे. उन्होंने दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. जब आग बुझी तो इंजीनियर का शव घर की सीढ़ियों पर मिला. घटना राजधानी भोपाल के बाग मुगलिया इलाके की है.
जानकारी के मुताबिक, कृषि संचरणालय में इंजीनियर के पद पर पदस्थ 55 वर्षीय अनिल पोरवाल बाग मुगलिया इलाके में रहते थे. 28 जून की रात खाना खाने के बाद वह अपने पालतू डॉगी को घुमाने घर से बाहर निकले. इस दौरान उन्हें अपने घर के फर्स्ट फ्लोर पर आग की लपटें उठती दिखाई दीं. ये देख उनके होश उड़ गए. वे आनन-फानन में घर में घुसे. उस वक्त उनकी पत्नी और बेटा घर में ही थे. पोरवाल ने सबसे पहले उन्हें घर से बाहर निकाला. इस दौरान उन्हें याद आया की फर्स्ट फ्लोर पर उनका कुछ जरूरी और कीमती सामान रखा हुआ है. उसे लेने वह एक बार फिर घर में दाखिल हो गए.
आग की लपटों से घिर गए इंजीनियर
बताया जाता है कि, जिस वक्त वे घर के फर्स्ट फ्लोर पर गए, उसी वक्त आग की लपटें और तेज हो गईं. इसके बाद वे लपटों से घिर गए और घर से बाहर नहीं निकल सके. इस बीच पड़ोसियों व अन्य लोगों ने उन्हें आग से निकालने की कोशिश की, लेकिन कोई उसमें सफल नहीं हो सका. दूसरी ओर, लोगों की सूचना पर फायर ब्रिगेड मौके पर पुहंची. उसे आग बुझाने में थोड़ा समय लगा. जब आग बुझी तब इंजीनियर का शव सीढ़ियों पर पड़ा हुआ मिला.
लपटों ने ले लिया था भीषण रूप- पड़ोसी
लोगों ने बताया कि पहले तो आग लगने की पता नहीं चला, लेकिन, धीरे-धीरे आग की लपटों ने भीषण रुप धारण कर लिया था. लोगों ने अनिल को मना भी किया कि आग लगे घर में अंदर न जाए, लेकिन वह माना नहीं. उसने कहा कि उसका ऊपरी कमरे में रखा सामान बहुत जरूरी है. हो सकता है, वह सामान ऑफिस से संबंधित हो. इसलिए अनिज अंदर गए, लेकिन बाहर नहीं निकल सके. लोगों ने बताया कि उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन अनिल को बचाया नहीं जा सका.