नई दिल्ली: देश में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपने गठबंधन एनडीए को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए उसने 18 जुलाई को अपने एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है। बैठक दिल्ली के अशोका होटल में शाम 5 बजे से होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गठबंधन में शामिल सभी दलों को न्योता भेजना शुरू कर दिया है। भाजपा ने एनडीए से अलग हुए पुराने साथियों को भी चिट्ठी लिखकर बुलाया है। वहीं, विपक्षी पार्टियां भी इसी दिन बेंगलुरु में मीटिंग करने वाली हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को बिहार से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान को चिट्ठी लिखकर मीटिंग में शामिल होने का न्योता दिया। इसके अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी को भी बुलाया गया है। इसके अलावा बिहार से उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को भी बैठक में बुलाए जाने की संभावना है।
नड्डा के न्योते पर चिराग पासवान ने कहा कि हमने समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर भाजपा का समर्थन किया है, लेकिन एनडीए की बैठक में जाना है या नहीं, इस पर अंतिम फैसला पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब से अकाली दल बादल और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को भी बुलाने की चर्चा है। वहीं उत्तर प्रदेश से सुभासपा के ओपी राजभर को भी बुलाए जाने की अटकलें हैं। महाराष्ट्र से पहली बार एकनाथ शिंदे और अजित पवार बैठक में शामिल होंगे। पिछले साल एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों से भी कुछ छोटे दलों के एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं। इनमें त्रिपुरा से टिपरा मोथा पार्टी के प्रदोत्य विक्रम मानिक देव वर्मा शामिल हैं।