नई दिल्ली: दिल्ली में मंगलवार को एनडीए गठबंधन की बैठक हुई। एनडीए के 25 साल और केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन चुटकी लेते हुए कहा के ये साथ तो आ सकते हैं, पास नहीं आ सकते। केरल में लेफ्ट और कांग्रेस, बंगाल में लेफ्ट और तृणमूल कांग्रेस एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं। लेकिन बेंगलुरु में हाथ पकड़कर हंस रहे हैं। इन्हें अपने कार्यकर्ताओं की भी चिंता नहीं है। संबोधन में मोदी ने कहा कि एनडीए में एन का मतलब न्यू इंडिया है, डी का मतलब डिवलप्ड नेशन और ए का अर्थ है एस्परेशन यानी लोगों की आकांक्षा है। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को एनडीए पर भरोसा है।
मोदी ने कहा कि एनडीए का लक्ष्य सत्ता हासिल करना नहीं था। एनडीए किसी के विरोध में नहीं बना था। एनडीए किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। इसका गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था। जब देश में स्थिर सरकार होती है तो देश कालजली फैसले करता है। पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि हमारे साथ आज बादल जी और बाला साहेब के सच्चे अनुयायी मौजूद हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि हमने अटलजी के दौर में भी देखा और पिछले 9 सालों में बार-बार देख रहे हैं। आज पूरे विश्व का भारत पर भरोसा बढ़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए में कोई दल छोटा या बड़ा नहीं है। हम सब एक लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं। एनडीए में जितने भी दल हैं वो ऐसे वर्गों के बीच काम करते हैं जो वंचित रहे हैं। हमारे पास दलित, वंचितों के साथ काम करने वाले नेता हैं। एनडीए में ऐसे दल हैं जिनकी पहले दिल्ली में सुनवाई नहीं होती थी।
मोदी ने कहा कि 2014 में देश की अर्थव्यवस्था 14 नंबर पर थी, आज 5वें नंबर पर है। तीसरी सरकार में तीसरे नंबर पर होगी। हमारे पास अगले 25 साल का विजन है। संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज हम देखते हैं केंद्र की योजनाओं को विपक्ष की कई सरकारें अपने राज्यों में लागू नहीं होने देतीं। ये योजनाएं लागू होती हैं तो उन्हें रफ्तार नहीं पकड़ने देते। वो सोचते हैं कि अगर मोदी की योजना का लाभ गरीबों को मिला तो उनकी राजनीति कैसे चलेगी। अपने संबोधन के आखिर में प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे शरीर का हर कण, मेरे जीवन का हर क्षण देश को समर्पित है। भरोसा दिलाता हूं कि एनडीए के तीसरे टर्म में देश की इकोनॉमी दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी।