बिहार : नालंदा में 5 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 40 फीट गहरे बोरवेल से जिंदा निकाला गया 3 साल का मासूम

देश बिहार राष्ट्रीय

नालंदा: जाको राखें साईया मार सके न कोए… आज बिहार के नालंदा जिले में यह कहावत फिर से चरितार्थ हुई। नालंदा के कुल गांव में जब तीन साल का एक बच्चा 90 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था, तब शायद ही किसी को उसके सकुशल बाहर आने की उम्मीद थी। लेकिन जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोगों की मेहनत सफल रही। करीब पांच घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीन साल के मासूम को 40 फीट गहरे बोरवेल से निकाला गया। बच्चे को अभी इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया है। बच्चे के बोरवेल से निकाले जाने पर स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।

40 फीट की गहराई में पांच घंटे तक फंसा रहा बच्चा

मालूम हो कि बच्चा 40 फीट की गहराई में फंसा था। उसे सांस लेने के लिए ऑक्सीजन मिलता रहे इसलिए पाइप के जरिए ऑक्सीजन बोरवेल में भेजा गया। बोरवेल में फंसे बच्चे की अंदर की CCTV फटेज भी सामने आई है, जिसमें बच्चा 40 फीट की गहराई में जीवित अवस्था में फंसा हुआ दिख रहा है। बच्चे के बोरवेल में गिरने के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा है। वहीं कई लोग बच्चे को सकुशल बाहर लाने की दुआ कर रहे हैं।

मां के पीछे-पीछे खेत में गया था बच्चा

मिली जानकारी के अनुसार यह घटना नालंदा थाना इलाके के की है। डोमन मांझी का पुत्र शिवम कुमार बोरवेल में फंस गया है। बच्चे की मां खेत में मिर्च तोड़ने गयी थी, इस कारण वह भी पीछे पीछे चला गया। इस दौरान वे बोरबेल के गड्ढे के पास खेल रहा था। इसी दौरान वह उसमें गिर गया। बच्चे को गिरता देख मां चीखने चिल्लाने लगी। धीरे धीरे ग्रामीणों की हुजूम मौके पर पहुंच गई।

CCTV में जीवित दिखा बोरवेल में गिरा बालक

बोरवेल में गिरे बच्चे का करीब 4 घंटे बाद सीसीटीवी फुटेज में जीवित दिखने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। सीसीटीवी में बच्चे के जीवित दिखने के बाद रेस्क्यू और तेज कर दिया गया। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त जेसीबी मशीन को लगाकर पास से मिट्टी हटाया जा रहा है। 1 से 2 घंटे के बाद बच्चे को सकुशल निकाल लेने की संभावना है।

पाइप के जरिए भेजा जा रहा ऑक्सीजन

बच्चे को ऊपर से पाइप के जरिए ऑक्सीजन भी दिया जा रहा है ताकि उसे सांस लेने में किसी तरह की परेशानी ना हो। नगर पंचायत नालंदा के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि नलिन मौर्य की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक किसान की ओर से बोरवेल कराई गई थी, लेकिन पानी नहीं निकल पाने के कारण दूसरे स्थान पर बोरिंग कराई जा रही थी। लोग इस बोरबेल को बंद करना भूल गए। इसी कारण आज यह बड़ा हादसा हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *