नई दिल्ली: अपने दो दिन के दौरे पर जापान के विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी भारत आए हुए हैं। योशिमाशा हयासी गुरुवार (27 जुलाई) को ही दिल्ली पहुंचे। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और जापान के विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी इंडिया-जापान फोरम अटेंड किया। इस दौरान जयशंकर ने जापान की तारीफ करते हुए कहा कि जापान और भारत के बीच नेचुरल पार्टनरशिप है। सही मायनों में जापान ने भारत में रेवोल्यूशन लाने का काम किया है।
शुक्रवार को जापानी विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी दिल्ली मेट्रो में सवारी की। इसकी तस्वीरें जापान के विदेश मंत्रालय ने शेयर की है। इस दौरान उनके साथ स्टाफ और सिक्योरिटी मौजूद रहे। इस साल उनकी यह दूसरी भारत यात्रा है। इससे पहले वे क्वाड देशों की बैठक में मार्च 23 में भारत आए थे।
इंडिया-जापान फोरम कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम के दौरान जयशंकर ने कहा कि भारत में रेवोल्यूशन लाने में सुजुकी का अहम योगदान है। हम इसमें मेट्रो, हाईस्पीड ट्रेन, उभरती हुई टेक्नोलॉजीज और सेमी कंडक्टर्स का जिक्र कर सकते हैं।
जयशंकर ने कहा कि जापान भारत के लिए काफी मायने रखता है। जापान ने पिछले कुछ सालों में टेक्नोलॉजी में गजब की ग्रोथ की है। भारत-जापान में यह 15वीं रणनीतिक वार्ता है, जिसमें दोनों देशों की वैश्वेविक भागीदारी की बात की जा रही है।
दरअसल, जापान के विदेश मंत्री हयासी साउथ एशियाई देशों के समूह का दौरा कर रहे है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और जापानी समकक्ष की मुलाकात में तय हुआ कि जापान 2022 से लेकर 2027 तक 5 ट्रिलियन येन यानी 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए तक का निवेश करेगा।
इसमें टेक्नोलॉजी, सेमी कंडक्टर्स और डिजिटल पर इंफ्रास्ट्रचर निवेश के क्षेत्र होंगे। दोनों देशों की तीनों सैन्य अभ्यास को नियमित तौर पर करेगी। साथ ही हथियारों की भी टेस्टिंग की जाएगी। दोनों नेताओं ने जी-20 और जी-7 की अध्यक्षता पर बातचीत हुई।