प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ज्ञानवापी को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी कहा कि अगर ज्ञानवापी को हम मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे न। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे हैं न। ज्योर्तिलिंग हैं… देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं। योगी ने आगे कहा कि मुस्लिम समाज को ऐतिहासिक गलती दुरुस्त करनी चाहिए। मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहब… ऐतिहासिक गलती हुई है। उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।
योगी ने कहा कि मैं ईश्वर का भक्त हूं, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता। सीएम योगी ने सख्त लहजे में कहा कि आपका मत, आपका मजहब, अपने तरीके से होगा। अपने घर में होगा। अपनी मस्जिद, अपने इबादतगाह तक होगा। सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं और इसको आप जो हैं किसी भी अन्य तरीके से दूसरे पर थोप नहीं सकते। अगर देश में किसी को रहना है तो राष्ट्र को सर्वोपरि मानना है। अपने मत और मजहब को नहीं। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में योगी ने कहा कि मैं पिछले सवा 6 साल से मुख्यमंत्री हूं। 2017 से उत्तर प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। लोग देखे कि राज्य में कैसे चुनाव कराए जाते हैं। पंचायत चुनाव, नगर निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव हुए। कहीं कोई हिंसा नहीं हुई। वहीं, पश्चिम बंगाल में भी चुनाव हुए। वहां क्या हाल हुए। देखा तो है ही न। क्या देश को वेस्ट बंगाल बनाना चाहते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद कर देना चाहते हैं, जो हमें पश्चिम बंगाल में देखने को मिला। कैसे वहां विरोधी दलों के लोगों को मारा गया। ये चीजें आंखों को खोलने वाली हैं। उस पर कोई बोलता नहीं। आखिर ये दोहरा दृष्टिकोण क्यों रखा जाता है। विपक्षी गठबंधन इंडिया पर पर सीएम योगी ने कहा कि गठबंधन को इसे इंडिया नहीं बोलना चाहिए। यह तो डॉट कॉम ग्रुप है। चोला बदलने से उनके पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी।