श्रीनगर| जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गए हैं। मुठभेड़ शुक्रवार शाम को शुरू हुई। अधिकारियों के मुताबिक, कुलगाम के हल्लन मंजगाम जंगल में 3 आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें सेना के तीन जवान घायल हो गए। इनको इलाज के लिए श्रीनगर के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान तीनों की देर रात मौत हो गई। सेना का सर्च ऑपरेशन अभी जारी है।
वहीं, 29 जुलाई को कुलगाम से लापता सेना का जवान जावेद अहमद वानी शुक्रवार (4 अगस्त) को मिल गया। कश्मीर पुलिस के एडीजीपी विजय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि मेडिकल चेकअप के बाद उससे पूछताछ शुरू की जाएगी। माना जा रहा था कि आतंकियों ने उसे उसकी गाड़ी से किडनैप कर लिया था। कार में खून के निशान भी मिले थे। वानी की पोस्टिंग लेह में है। एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 1 जनवरी, 2023 से 5 जुलाई, 2023 तक आतंकियों के खिलाफ 24 से ज्यादा ऑपरेशन चलाए गए। इन ऑपरेशंस में 27 आतंकी मार गिराए गए। इनमें से आठ स्थानीय थे और 19 विदेशी आतंकी थे। 2022 में सुरक्षाबलों ने 125 आतंकी मार गिराए थे। इनमें 91 स्थानीय और 34 विदेशी थे।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम से ही करीब 9 दिन पहले पुलिस ने आतंकी भर्ती मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इसमें पीएचडी स्कॉलर डॉ. रुबानी बशीर के साथ 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था। ये कश्मीर में युवाओं को पैसे का लालच देकर आतंकवादी बनाते थे। गौरतलब है कि 25 दिन पहले सेना ने 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। ये अलगाववादी संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट (जेकेएलएफ) और हुर्रियत को फिर से सक्रिय करने के लिए काम कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि इन आतंकियों को पाकिस्तान से कंट्रोल किया जा रहा था।