Newsclick के मुद्दे पर RS में जबरदस्त हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित

देश नई दिल्ली राष्ट्रीय

नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को मीडिया एजेंसी ‘न्यूज़क्लिक’ के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी के सुधांशु त्रिवेदी ने पूर्वाह्न में सदन में यह मामला उठाया और कहा कि इसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए। राज्यसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष एवं विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर हंगामा किया जिसकी वजह से उच्च सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर 12:53 बजे अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस सदस्य डेरेक ओ’ब्रायन को सदन से निलंबित किए जाने के संबंध में विभिन्न सदस्यों से राय मांगी।

कई सदस्यों ने आसन से अनुरोध किया कि वह अपने फैसले (ब्रायन के निलंबन संबंधी) पर उदारता दिखाते हुए पुनर्विचार करें। सभापति ने कहा कि उन्होंने तृणमूल सदस्य डेरेक को निलंबित किए जाने के प्रस्ताव पर अभी सदन की राय नहीं ली है। अगर उन्हें नरमी बरतनी नहीं होती तो वह सुबह ही इस विषय पर सदन की राय ले सकते थे। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुधांशु त्रिवेदी ने एक भारतीय मीडिया संस्थान को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए चीन से पैसे मिलने की खबर का जिक्र किया। अमेरिकी मीडिया में आई एक खबर का हवाला देते हुए उन्होंने उस मीडिया संस्थान के कांग्रेस से कथित संबंधों को लेकर सवाल किया। त्रिवेदी ने कहा कि जब भारतीय मीडिया संस्थान (न्यूजक्लिक) के यहां प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा तो कांग्रेस ने प्रेस की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए उस संस्थान का समर्थन किया था। सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी मीडिया संस्थान और कांग्रेस के बीच कथित संबंधों को लेकर सवाल किया। उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। इस मुद्दे पर सदन में हंगामा होने के कारण कार्यवाही करीब 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी।

दो बार के स्थगन के बाद 12:45 बजे बैठक शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि सदन के नेता गोयल ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इस दौरान कई सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे और गोयल से माफी मांगने की मांग करने लगे। सभापति ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे पर गौर करेंगे हंगामे के बीच ही सदन के नेता गोयल ने कहा कि यदि उनकी टिप्पणी में कोई असंसदीय शब्द है तो उसे कार्यवाही से निकाल दिया जाए। इसी दौरान सभापति ने कहा कि डेरेक से जुड़ा खत्म नहीं हुआ है। इसके बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा और कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उल्लेखनीय है कि सुबह बैठक शुरू होने पर डेरेक को ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव किया गया था। सदन के नेता गोयल ने यह प्रस्ताव पेश किया।

सुबह व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए डेरेक ने नियम 267 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा शुरु किए जाने की मांग की। सभापति धनखड़ ने डेरेक के हावभाव, उनके आचरण एवं ऊंची आवाज में अपनी बात रखने पर आपत्ति जताते हुए उन्हें अपनी सीट पर बैठने को कहा। धनखड़ ने इसके बाद कहा कि वह डेरेक का नाम लेते है। सभापति द्वारा जब किसी सदस्य का नाम लिया जाता है तो इसके साथ ही उसके निलंबन की कार्रवाई शुरु हो जाती है। इसके बाद गोयल ने एक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि डेरेक लगातार सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं और आसन की अवमानना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘प्रस्ताव किया जाता है कि डेरेक ओ’ब्रायन को अशोभनीय आचरण के लिए सदन की सेवाओं से सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जाए।’’ सभापति ने डेरेक को सदन से बाहर जाने का निर्देश दिया। इस बीच हंगामा होता देख धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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